जब गुन को गाहक मिले, तब गुन लाख बिकाय।
जब गुन को गाहक नहीं, कौड़ी बदले जाये॥
माँ मुरादें पूरी कर दे हलुवा बाँटूगी, जोत जगा के सर को झुका के।
मैं मनाऊँगी, दर पे आऊँगी, आऊँगी आ ...ऊँ ...गी॥
माँ मुरादें पूरी ............
सन्तो महन्तों को बुला के घर में कराऊँ जगराता।
सुनती है सबकी फरियादें मेरी भी सुन लेगी माता॥
झोली भरेगी संकट हरेगी झोली भरेगी संकट हरेगी।
मैं आऊँगी दर पे आऊँगी, मैं आऊँगी आ ...ऊँ ...गी॥
माँ मुरादें पूरी ............
विनती सुनो शेरां वाली माँ खड़ी मैं बन के सवाली।
झोली भरो मेरी खाली माँ गोद है लाल से खाली॥
कृपा करो गोदी भरो, कृपा करो गोदी भरो।
मैं दर पे आऊँगी, मैं मनाऊँगी, दर पे आऊँगी, आ ...ऊँ ...गी॥
माँ मुरादें पूरी ........
भवन है तेरा सबसे ऊँचा माँ और गुफा तेरी न्यारी।
भाग्य विधाता जोतावाली माँ कहती है दुनिया सारी॥
दाती तुम्हारा लेके सहारा,दाती तुम्हारा लेके सहारा।
मैं दर पे आऊँगी, मैं मनाऊँगी, आऊँगी, आ ...ऊँ ...गी॥
माँ मुरादें पूरी ...............
कृपा करो वरदाती माँ छाया है गम का अँधेरा।
तेरे सिवा मेरा कोई न मुझको भरोसा है तेरा॥
भाग्य जगा दे बिगड़ी बना दे, भाग्य जगा दे बिगड़ी बना दे।
मैं दर पे आऊँगी, मैं मनाऊँगी, आ ...ऊँ ...गी॥
माँ मुरादें पूरी ..........