राधे मां का जीवन परिचय

राधे मां का जीवन परिचय, Radhe Maa Biography in Hindi, बताते हैं कि राधे मां उर्फ सुखविंदर का जन्म (प्राप्त सूचना के अनुसार) चार अप्रैल 1965 में पंजाब के जिले गुरुदासपुर के दोरंगला गांव में एक सिख परिवार में हुआ था। इनकी शादी भी पंजाब के ही रहने वाले व्यापारी सरदार मोहन सिंह से हुई है। शादी के बाद इनका वैवाहिक जीवन ठीक ठाक चल रहा था, शादी के समय सुखविंदर की उर्म 17 साल थी। जब सुखविंदर की शादी हुई उस वक्त उसके ससुराल की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। सुखविंद जब 22 साल की हुई तब तक उसके छह बच्चे हो चुके थे। बताते हैं अपनी पति की आर्थिक सहायता के लिए वह कपड़ा सिलती थी लेकिन इसी दौरान उसका पति कमाने के लिए कतर की राजधानी दोहा चले गए।

Radhe Maa Jivani Biography
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कहते हैं 21 साल की उम्र में सुखविंदर कौर महंत रामाधीन परमहंस की शरण में जा पहुंची। परमहंस ने 6 महीने तक उन्हें दीक्षा दी और नाम दिया राधे मां और कथिक रूप से वह लोगों के व्यक्तिगत, व्यापारिक और पारिवारिक समस्याओं को दूर करने लगी। राधे मां नाम मिलने के बाद। उन्होंने पंजाब-हिमाचल में कई जगह अपनी चौकी लगाई और उनके लाखों भक्त बन गए। इसके बाद वे लगभग 14 साल पहले मुंबई जा पहुंची। यहां उनकी मुलाकात हुई मुंबई के मशहूर करोड़पति बिजनेसमैन एमएम गुप्ता से।

गुप्ता मुंबई की मशहूर एमएम मिठाईवाला दुकान के मालिक हैं। राधे मां से पहली मुलाकात के बाद ही वे उनके भक्त बन गए और किसी ने गुप्ता को बताया कि इनके पास चमत्कारिक शक्तियां है। इसके बाद वे राधे मां को अपने बंगले पर ले गए। बंगले के ऊपरी दो मंजिलों पर उन्होंने राधे मां को रहने की जगह दी। इसके बाद राधे मां का चमत्कारी देवी कहकर प्रचार-प्रसार किया जाने लगा और राधे मां सुर्खियों में आ गई।

राधे मां के नाम पर पंजाब, दिल्ली, मुंबर्इ सहित अन्य राज्यों में ट्रस्ट चलते हैं। विदेशों में भी राधे मां के भक्त हैं। अमरीका, कनाडा और जापान में राधे मां के आश्रम हैं। राधे मां लाखों के गहने पहनती है। दुल्हन की तरह सजती हैं और उनके प्रोग्रामों का आयोजन शाही ढंग से होता है। सिर से लेकर पैर तक राधे मां सोने और हीरे से लदी रहती हैं। राधे मां को लाल जोड़े से बेहद लगाव है, वो जब भी दर्शन देने आती हैं वो लाल जोड़े में ही दिखती हैं। कोर्ट में दायर एक याचिका में यह कहा गया था कि राधे मां का ट्रस्ट रजिस्टर नहीं हैं।

मालूम हो कि राधे मां चर्चा में तब आयी थीं जब उनपर एक महिला ने दहेज उत्पीड़न और अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाया था, उसके बाद से तो लगातार राधे मां के खिलाफ बातें और सबूत मीडिया में पेश किये जा रहे हैं। डॉली बिंद्रा ने राधे मां और उनके समर्थकों के खिलाफ अश्लीलता फैलान और यौन उत्पीड़न जैसे संगीन आरोप लगाए थे। डॉली बिंद्रा का आरोप है कि राधे मां कोई संत नहीं है बल्कि वो लोगों को मूर्ख बनाकर पैसे कमा रही है। डॉली के मुताबिक राधे मां फिल्मी आइटम सॉन्गस की दीवानी है और अपने प्राइवेट रूम में सनी लियोनी के आइटम नंबर पर डांस करती रहती है।

खुद को देवी बताने वाली राधे मां एक बार फिर विवादों में आ गयी जब उनके पुराने भक्त एमएम मिठाईवाला के मालिक मनमोहन गुप्ता ने ही राधे मां पर बंगला हड़पने की कोशिश का आरोप लगाया था। राधे मां पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। राधे मां की भाभी बलविंदर कौर की हत्या के मामले में उनके भाई और पिता को सजा भी हो चुकी है। बलविंदर कौर के भाई जगतार सिंह ने गांव नानोनंगल में पिछले साल आरोप लगाया था कि उनकी बहन की हत्या में राधे मां भी शामिल थी। जगतार ने कहा था कि राधे मां के दो भाई और पिता ने उनकी बहन की हत्या की थी, जिन्होंने 10-10 साल की सजा काटी। एक बार राधे मां ने अपनी भाभी बलविंदर को इतना धमकाया था तब वह बेहोश ही गई थीं। जगतार ने बताया था कि उनकी बहन बलविंदर कौर का विवाह 29 नवंबर, 1995 को राधे मां के भाई सुखबीर सिंह उर्फ बिल्ला पुत्र अजीत सिंह निवासी दोरांगला से हुआ था।

आज राधे मां का जलवा देश-विदेश में भी फैला हुआ है। मुंबई में उनके लिए बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं। इन्हें उनके अनुयायी दुर्गा का अवतार बता रहे हैं। ये न तो कुछ बोलती हैं और न कोई प्रवचन देती हैं, लेकिन इनकी नजरों का कायल हर कोई है। पंजाबी के होशियापुर की रहने वाली इस महिला के आयोजनों में लाखों लोग शरीक होते हैं। शहर भर में बड़े-बड़े बैनर पोस्टर लगाकर इनका प्रचार किया जाता है। अच्छा राधे मां के आयोजन में श्रद्धालुओं को आनंद बहुत आता है। राधे मां दुल्हन की तरह सज संवर कर आती हैं और पूरे समय तक झूमती रहती हैं। उनके मंच के चारो ओर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी झूमते रहते हैं।

इस दौरान राधे मां लोगों को अपनी नजरों से अपने वश में करतीं नजर आतीं है। किसी भक्त पर मां जब बहुत खुश हो जाती हैं तो वो झूमते झूमते उसकी गोद में कूद जाती हैं। माना जाता है कि जिस भक्त की गोद में मां ने छलांग लगाई है वो बहुत भाग्यशाली है और उसकी सभी मन्नतें तत्काल पूरी हो जाएंगी। राधे मां जब गोद में आ जाती हैं तो भक्त दोगुनी खुशी से मां को लेकर नाचता है। मुंबई में आजकल राधे मां के एक के बाद एक आयोजन हो रहे हैं और खास बात ये है कि इसमें तमाम पढे लिखे लोगों के साथ ही सिनेमा जगत के लोग भी मां के दर्शन को आ रहे हैं। राधे मां ने जब इस धंधे की शुरुआत की थी तो उन्हें पता नहीं था कि कभी उनकी ये दुकान इतनी बड़ी हो जाएगी।

कुछ साल पहले राधे मां ने दिल्ली में कई दिन गुजारा। उस दौरान ये दिल्ली के लाजपतनगर मे जिसके घर रुकी हुई थीं, उनके घर का जीना मुहाल हो गया था। इसी तरह इसे कोई भी प्रसाद चढता है तो ये उसे जूठा करती है और गंदे तरीके से भक्तों के हवाले कर देती है। बाद में उसे ही लोग प्रसाद के रुप में ग्रहण करते हैं।

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