उमड़ घुमड़कर आए बादल हिंदी कविता, Aaye Badal Hindi Poems Nursery Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा हिंदी में बच्चों की कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं, छोटे बच्चों की छोटी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
उमड़-घुमड़कर आए बादल, कोई भूरा, कोई गोरा, कोई दुबला,
कोई मोटा, कोई लम्बू, कोई छोटा आसमान में छाए बादल।
उमड़-घुमड़कर आए बादल.........
देखो, लगे गरजने बादल, देखो, लगे बरसने बादल,
कहीं दौड़कर, कहीं नाचकर, धरती लगे भिंगोने बादल।
उमड़-घुमड़कर आए बादल.........
उमड़ी देखो, ताल-तलैया, मुनिया नाचे ता-ता थैया,
हरे भरे हैं खेत हो गए, मस्ती खूब लुटाये बादल।
उमड़-घुमड़कर आए बादल........
देखों नाच रहे हैं मोर, मेंढक बोले चारो ओर,
धरती हो गई पानी-पानी, मरी अरे गरमी की नानी,
बहुत हो गया बादल भैया, रुको नहीं तो गिरी मढैया,
डूब जाएगी सबकी नैया, कुछ सुस्ता लो प्यारे बादल।
उमड़-घुमड़कर आए बादल..........
नहीं रुकोगे, खेल न होगा, सब बच्चों में मेल न होगा,
नहीं खुलेंगे जब स्कूल, पढ़ा-लिखा जायेंगे सब भूल,
मान भी जाओ प्यारे बादल, अच्छे बादल, प्यारे बादल।
उमड़-घुमड़कर आए बादल..........
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