मिटटी का दीया - हिंदी कविता

मिटटी का दीया हिंदी कविता, Mitti Kaa Diya Hindi Poems Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।

Mitti Kaa Diya Hindi Rhymes
Advertisement

"कविता"

चलता हूँ लेकर मिटटी का दीया
लोग मगर रोशनी से जल जाते है,
जो भी मिला उसे हमसफ़र बना लिया
बंद आस्तीनों में सांप पल जाते है।

छुपकर राह में पत्थर रख देता है
जब लडखडाते कदम संभल जाते है,
कशक है साइन पर, आखों में तड़प
कहते है कि दर्द से पत्थर पिघल जाते है।

बेशर्म बिल्ली कि, रास्ता काट देती है
जब भी मंजिल के करीब निकल जाते है,
रात-भर ढूँढा कि चाँदनी आएगी
होश क्या आया, सितारे ढल जाते है।

Advertisement
Advertisement

Related Post

Categories