चंडीगढ़

केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ (Chandigarh) भारत का पहला सुनियोजित शहर है। इसकी योजना एक फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बुजिए ने बनाई थी। देश के अन्य केंद्र शासित प्रदेशों के मुकाबले सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय होने के कारण यह संघ शासित प्रांतों की लिस्ट में अव्वल आता है।

Chandigarh Indian States
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एक सुनियोजित शहर होने के नाते, और जीवन की गुणवत्ता के चलते यह दुनिया के मशहूर शहरों की सूची में आता है। पंजाब और हरियाणा इन दो राज्यों की राजधानी होने के कारण भी चंडीगढ़ (Chandigarh) एक प्रतिष्ठित शहर है। आज के दौर में इसे आधुनिक भारत के एक शहर के तौर पर देखा जाता है।

आप इसे आधुनिकीकरण के साथ प्रकृति के संरक्षण के उदाहरण के तौर पर भी देख सकते हैं। इसकी योजना और निर्माण में शामिल पेड़ और पौधे इसका एक दुर्लभ उदाहरण हैं। रिपोर्टों के अनुसार यह शहर देश का सबसे साफ सुथरा शहर है। यहां सिर्फ उन्हीं उद्योगों को लगाने की अनुमति है जो हवा को प्रदूषित ना करते हों। इसलिए आपको चंडीगढ़ की हवा एकदम ताजी और प्रदूषण रहित लगेगी। इस शहर का गठन 1 नवंबर 1966 को हुआ था। अपनी शुरुआत से ही यह शहर उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण शहर रहा है। अच्छी प्लानिंग और खूबसूरत वास्तुकला के चलते यह उत्तर भारत का एक खास पर्यटन हब भी बनकर उभरा है।

चंडीगढ़ का इतिहास (History of Chandigarh):-

इसका इतिहास लगभग 8,000 साल पुराना है जब यहां सबसे पहली सभ्यता माने जाने वाले हड़प्पा रहवासी आकर बसे थे। यह मध्य युग में एक समृद्ध जगह होने के साथ साथ पंजाब प्रांत का भाग था। ब्रिटिश शासन से आजादी के बाद पंजाब सन् 1947 में पूर्व और पश्चिम पंजाब में बंट गया। विभाजन के बाद लाहौर पाकिस्तान के पास चला गया और पूर्व पंजाब के पास कोई राजधानी नहीं बची। इसलिए पंजाब को राजधानी देने के मकसद से चंडीगढ़ की योजना बनाई गई। शिवालिक की तराई को चंडीगढ़ बनाने के लिए चुना गया। इस शहर को प्रधानमंत्री और कुछ प्रमुख अधिकारियों के निर्देश पर बनाया गया। लेकिन इसे वास्तविक शहर बनने तक कई अड़चनों का सामना करना पड़ा। शहर के लिए अच्छी जगह चुनने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। इस जगह को कई पहलुओं जैसे मौसमी परिस्थितियां, सैन्य संवेदनशीलता और पानी के प्रावधान आदि पर गौर करके चुना गया।

हरियाणा का गठन होने के बाद दोनों ही राज्यों एक राजधानी चाहिए थी। इसलिए नजदीकी और महत्व के आधार पर चंडीगढ़ को दोनों राज्यों की राजधानी बनाया गया।

चंडीगढ़ की जनसांख्यिकी (Demographics of Chandigarh) :-

सन् 2011 की साक्षरता दर के अनुसार चंडीगढ़ की आबादी 10,55,450 लोगों की है। यहां का जनसंख्या घनत्व 9252 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर का है। चंडीगढ़ (Chandigarh) का लिंग अनुपात 1000 पुरुषों पर 818 महिलाओं का है। इससे पता चलता है कि इस राज्य का लिंग अनुपात देश के सबसे कम अनुपातों में से है। यहां की साक्षरता दर 86.43 प्रतिशत है। कुल आबादी में से बच्चों की संख्या 10 प्रतिशत की है।

इस शहर में कई धर्मों के लोग रहते हैं, जैसे हिंदू, सिख, ईसाई और मुस्लिम। यहां सबसे ज्यादा आबादी हिंदू धर्म के लोगों की है, दूसरे नंबर पर सिख धर्म के लोग हैं। चंडीगढ़ बहुत ही प्रगतिशील है और इसका लगभग 90 प्रतिशत क्षेत्र विकसित है। यहां ज्यादातर लोग शहरी हैं और गांवों में मात्र 2 प्रतिशत लोग रहते हैं। यहां महिला साक्षरता दर और महिला लिंग अनुपात चिंता का विषय है। सरकार राज्य में महिलाओं की इस स्थिति में सुधार लाने के प्रयास कर रही है। गांवों में महिला लिंग अनुपात बहुत निराशाजनक है और इसमें सुधार की ज़रुरत है।

चंडीगढ़ का भूगोल और मौसम (Chandigarh geography and weather) :-

चंडीगढ़ (Chandigarh) शिवालिक रेंज की तलहटी में स्थित है। यह समुद्र तल से 321 मीटर उपर है। यह 30 डिग्री 14 उत्तर अक्षांश और 76 डिग्री 14 पूर्व देशांतर पर स्थित है। इसकी जमीन उपजाउ है और फसल बहुतायत में होती है। यहां की भूमि जलोढ़ मिट्टी है और सतह पर आप पत्थर, बजरी, चिकनी मिट्टी, गाद, रेत, कंकड़ और ईंटे पाते हैं।

इस केंद्र शासित प्रदेश में 5 कस्बे और 25 गांव शामिल हैं। यहां एक तहसील और सामुदायिक विकास खंड भी हैं। इस राजधानी की प्रकृति सबट्रॅापिकल है और इसकी खासियत इसकी तेज गर्मियां, अस्थिर वर्षा और कंपकपाती सर्दियां हैं। यहां का तापमान बदलता रहता है और माइनस 1 डिग्री से 46 डिग्री तक रहता है। सर्दियों में यहां पाला भी पड़ता है। यहां सब ट्राॅपिकल मानसून का मौसम रहता है। सालाना बरसात लगभग 1100 मिमी. रहती है। पूरा शहर सुखना चो और पटियाली राव जैसे मौसमी नालों से भर जाता है।

इस जगह की वनस्पतियों और जीव जंतुओं की बात करें तो आप जगह जगह वाॅटर होल पाएंगे, जिसके आसपास अच्छे पेड़ पौधे पाएंगे और विभिन्न प्रजातियों और वन्य जीवन के लिए यह एक आदर्श स्थान होता है। सुखना वन्यजीव अभयारण्य में कई प्रकार के पेड़, पौधे, झाडि़यां, घास और लकडि़यां साथ ही कई जानवर, पक्षी और सरीसृप भी मिल जाएंगे। आप यहां पर साइबेरिया और जापान के प्रवासी पक्षी भी देख सकते हैं। आज के समय में 3245 हेक्टेयर की बड़ी जमीन को वन क्षेत्र में बदल दिया गया है और अब यह वन्य जीवन के लिए एक स्वर्ग है। इस जगह में दो राष्ट्रीय रिजर्व जंगल और लुप्तप्राय प्रजातियों के रहने का स्थान है।

चंडीगढ़ की अर्थव्यवस्था (Chandigarh's economy) :-

चंडीगढ़ (Chandigarh) को तीन अलग अलग तरह की सरकारों के आधार के तौर पर जाना जाता है। यह इस क्षेत्र में एक बड़ा सरकारी नियोक्ता बनकर उभरा है। यहां की ज्यादातर आबादी सरकारी दफ्तरों में काम करती है। इस राजधानी में लगभग 15 मध्यम से बड़े उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम हैं। यहां लगभग 2500 लघु उद्योग इकाईयां हैं। यह आउटसोर्सिंग और आईटी का हब बनकर उभर रहा है।

यहां कई उद्योग हैं जो पेपर, सेनेटरी वेयर, मशीन टूल्स, बुनियादी धातु, आॅटो पार्टस्, फार्मास्यूटिकल्स और बिजली के उपकरणों का विनिर्माण करते हैं। यहां खाद्य उत्पादों से जुड़े हुए भी कई उद्योग हैं। अपनी बेहतरीन बुनियादी सुविधाओं के कारण चंडीगढ़ में कई उद्योग और कारखाने हैं। यहां की कनेक्टिविटी और संचार प्रणाली दोनों बहुत अच्छी हैं। हालांकि इस शहर की योजना कभी भी एक उद्योग हब के तौर पर नहीं की गई थी लेकिन अब यह इस क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। यहां का पर्यटन क्षेत्र भी बहुत समृद्ध हुआ है और यह भारतीय और विदेशियों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इससे इस शहर की आय बढ़ी है और कुल अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचा है। इसे भारत के अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा प्रति व्यक्ति आय होने के लिए भी जाना जाता है।

जहां तक उद्योगों का सवाल है कागज निर्माण, बेसिक मेटल, सेनेटरी वेयर, मशीन टूल्स, बुनियादी धातु, आॅटो पार्टस्, फार्मास्यूटिकल्स और बिजली के उपकरणों और मशीनरी, यह सब यहां के प्रमुख उद्योग हंै। अन्य उद्योग खाद्य उत्पादों से जुड़े हैं।

चंडीगढ़ में सरकार और राजनीति (Chandigarh Government and Politics) :-

चंडीगढ़ (Chandigarh) पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी के तौर पर काम करता है, इसलिए इसे अलग से प्रशासित किया जाता है। यह भारत के केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर जाना जाता है। प्रशासन का मुखिया राज्यपाल होता है जो प्रशासक के तौर पर जाना जाता है और उनकी नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं। इनके पास सबसे ज्यादा कार्यकारी अधिकार होते हैं। इसका प्रशासन भारत के गृह मंत्रालय के तहत आता है। केंद्र शासित प्रदेश का अपना संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है जिसमें पूरा चंडीगढ़ शामिल है। यहां पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों की विधानसभा भी है। प्रशासन के विभिन्न क्षेत्रों को देखने के लिए कई तरह के निकाय बनाए गए हैं जैसे शिक्षा, सामाजिक कल्याण, सतर्कता, पर्यावरण, आवास, पशुपालन, आबकारी और कराधान, स्वास्थ्य, भोजन और सप्लायर और शहरी नियोजन।

चंडीगढ़ भारत के गृह मंत्रालय के तहत आता है। एडवाइजरी के तौर पर आईएएस सेवा का एक वरिष्ठ अधिकारी सेकंड इन कमांड होता है। यह अधिकारी आईएएस के एजीएमयू केडर का होता है। उपायुक्त आईएएस का होता है और केंद्र शासित प्रदेश का सामान्य प्रशासन संभालता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक या आईपीएस यहां की कानून व्यवस्था को नियंत्रित करता है। चंडीगढ़ में कई राजनीतिक दल हैं जो यहां का प्रशासन और राजनीति देखते हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी यहां के कुछ राजनीतिक दल हैं।

चंडीगढ़ का समाज और संस्कृति (Society and culture of Chandigarh) :-

यह केंद्र शासित प्रदेश अपने लोक नृत्यों और संगीत के लिए जाना जाता है। यहां के ज्यादातर रिवाज़ और परंपराएं पंजाबी संस्कृति और हिंदू, सिख और मुस्लिम संस्कृति से जुड़ी हैं। यहां की स्थानीय संस्कृति में समृद्ध भोजन, त्यौहार, संगीत और नृत्य, धार्मिक रीति और रिवाज शामिल हैं। यहां के नृत्य यहां के लोगों की जीवंतता दिखाते हैं। भांगड़ा, गिद्दा, जूली, सम्मी, तीयान यहां के कुछ मशहूर लोक नृत्य हैं। यहां के स्थानीय लोगों द्वारा मनाए जाने वाले प्रमुख त्यौहारों में बैसाखी, गुरुपूरब, लोहड़ी, टीका, रक्षा बंधन आदि हैं। इन त्यौहारों में कई प्रकार के भोजन, मिठाई और पूजा शामिल होती है।

यहां की संस्कृति बहुत आधुनिक है और आप यहां कई संस्कृतियों के लोगों को देख सकते हैं। देश के अलग अलग हिस्सों से लोग चंडीगढ़ आकर बसे हैं इसलिए आपको संस्कृति और परंपरा में एक मिश्रण दिखता है। यहां लोग हिंदी और पंजाबी या दोनों का मिश्रण बोलते हैं। इस शहर में एक संस्कृति परिसर है जहां कला और संस्कृति का प्रदर्शन होता है। यहां का पारंपरिक भोजन मसालेदार ठेठ पंजाबी खाना है। शाकाहारी और मांसाहारी खाना दोनों ही यहां बहुत विविधता और स्वाद के साथ पकाए जाते हैं।

यहां का पहनावा दूसरे राज्यों के लोगों के पहनावे से मिलता जुलता है। हालांकि त्यौहारों और खास मौकों पर पुरुष शेरवानी और महिलाएं लहंगा चोली या सलवार कमीज या साड़ी पहनती हैं।

चंडीगढ़ की भाषाएं (Languages of Chandigarh) :-

चंडीगढ़ के उत्तर भारत में स्थित होने के कारण यहां की लोकप्रिय भाषा पंजाबी है। हिंदी भी यहां बहुत बोली जाती है। अपनी बढ़ती बुनियादी सुविधाओं के कारण इस शहर में दूसरे राज्यों से कई लोग आए हैं। बहुसंस्कृति वाला शहर होने के नाते यहां बहुभाषाई माहौल भी बना है। हरियाणा की राजधानी होने के कारण यहां हरियाणवी भी बोली जाती है। ज्यादातर लोग हिंदी और अंग्रेजी में बात करते हैं। दूसरे राज्यों से आए लोगों को यदि पंजाबी ना आती हो तो उन्हें इन्हीं दो भाषाओं में बात करनी होती है। सरकारी दफ्तरों में अंग्रेजी भाषा का ही इस्तेमाल होता है। इस शहर की आधिकारिक भाषा पंजाबी है। यहां के युवा हिंदी और अंग्रेजी का मिश्रण बोलते हैं।

चंडीगढ़ में शिक्षा (Education in Chandigarh) :-

इस केंद्र शासित प्रदेश में शिक्षा बहुत उच्च गुणवत्ता की है और ज्ञानवर्धक और दिलचस्प तरीकों से शिक्षा को एक नई दिशा दी गई है। चंडीगढ़ के विश्वविद्यालय बहुत अच्छी शिक्षा देते हैं जिससे बहुत कुशल और सक्षम छात्र निकलते हैं। यहां की सरकार ने हर बच्चे को घर से एक किलोमीटर की सीमा में ही शिक्षा मुहैया कराने का प्रयास किया है। यहां आपको बड़ी संख्या में निजी और सरकार स्कूल मिल जाएंगे। कई निजी स्कूल जो धर्मनिरपेक्ष होने के तौर पर जाने जाते हैं, उन्हें अनुदान और सहायता भी मिलती है।

यहां की शिक्षा तीन स्तरों की होती है और चंडीगढ़ (Chandigarh) शिक्षा विभाग इसकी देखरेख करता है। यहां कुछ सरकारी काॅलेज हैं जो बुनियादी सुविधा, परिसर, आॅडिटोरियम और खेल के मामले में बेहतरीन हैं। यहां के काॅलेज पंजाब विश्वविद्यालय से जुड़े हैं। यहां कोई भी व्यक्ति काॅमर्स, आर्ट या विज्ञान जैसे विषयों में शिक्षा ले सकता है। यहां कम्प्यूटर साइंस और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन जैसे कोर्स भी उपलब्ध हैं। यहां के काॅलेज कई कोर्सेस मंे पोस्ट ग्रेजुएशन मुहैया कराते हैं जैसे वाद्य संगीत, लोक प्रशासन आदि।

चंडीगढ़ के काॅलेजों में वोकेशनल कोर्स भी लोकप्रिय हैं। यह कोर्स मुख्य शिक्षा के बराबर ही होते हैं। यह स्वास्थ्य, काॅमर्स, पैरा मेडिसिन और इंजीनियरिंग जैसे वर्गों में आते हैं।

चंडीगढ़ में पर्यटन (Chandigarh Tourism) :-

चंडीगढ़ (Chandigarh) सुंदर शिवालिक रेंज की तलहटी में स्थित शहर है इसलिए यह तेजी से एक पर्यटन स्थल के तौर पर उभरा है। यह अच्छी योजना, साफ वातावरण, सुंदर वास्तुकला और विशाल बागों के कारण बहुत पसंद किया जाता है। यह एक बेहतरीन शहर है जिसमें सड़कों का अच्छा नेटवर्क है। यहां बहुत आराम से बिना किसी परेशानी के घूमा जा सकता है। आज यह भारत का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। प्रकृति प्रेमियों को यहां के गार्डन और जलाशय बहुत पसंद आएंगे।

सैलानियों के बीच कुछ खास आकर्षण बहुत लोकप्रिय हैं। इस घाटी को बागों की माला भी कहा जा सकता है। कई लोग यहां पर इत्मीनान से टहलना पसंद करते हैं। सेक्टर 1 में स्थित राॅक गार्डन कचरे से बनी उत्तम कलाकृतियों के लिए मशहूर है। इस गार्डन में अनुपयोगी सामान से कई कलाकृतियां बनी हैं। सुखना झील एक शानदार मानव निर्मित झील है। यह एक बेहतरीन पिकनिक स्पाॅट भी है और बहुत खूबसूरत स्थान पर है। यहां का शांत वातावरण पक्षियों की चहचहाहट सुनने के लिए आदर्श है।

मणिपुर में परिवहन (Chandigarh transport) :-

चंडीगढ़ (Chandigarh) दूसरे राज्यों और शहरों से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से बहुत अच्छी तरह जुड़ा है। यहां की सार्वजनिक बस सेवाएं चंडीगढ़ परिवहन उपक्रम द्वारा संचालित होती हैं और सेक्टर 17 और 43 स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल से चलती हैं। इंटर स्टेट बसें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश जाती हैं। सड़क मार्ग से यह एनएच 22 और एनएच 21 से अच्छी तरह जुड़ा है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा है। यह भारतीय रेलवे नेटवर्क के उत्तर रेलवे जोन में आता है। चंडीगढ़ हवाई अड्डे से दिल्ली, मुंबई, बैंगलौर और अन्य जगहों के लिए सीधी उड़ानें मिलती हैं। चंडीगढ़ में मेट्रो रेल भी प्रस्तावित है जो कुछ सालों में शुरु हो जाएगी।

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