हरियाणा

उत्तर भारत के भारतीय राज्य हरियाणा (Haryana) का गठन 1 नवंबर 1966 को हुआ था। इसकी भूमि बहुत उपजाउ है और इस राज्य को भारत की हरित भूमि कहा जाता है। दिल्ली राज्य हरियाणा से तीन ओर से घिरा है। हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ है जो कि पंजाब की भी राजधानी है। हरियाणा का सबसे बड़ा शहर फरीदाबाद है। हरियाणा राज्य 44,212 वर्ग किमी. में फैला है। हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ है जो कि पंजाब की भी राजधानी है। हरियाणा का सबसे बड़ा शहर हरियाणा का सबसे बड़ा शहर फरीदाबाद है।

Haryana Indian States
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हरियाणा (Haryana) को दो प्राकृतिक क्षेत्रों में बांटा जा सकता हैः उप-हिमालयी तराई और इंडो-गंगा के मैदान। मैदानी इलाका उपजाउ है और उत्तर से दक्षिण की ओर इसकी ढलान है और समुद्र तल से इसकी उंचाई औसतन 700 से 900 फीट है। दक्षिण-पश्चिम हरियाणा शुष्क, रेतीला और बंजर है। हरियाणा में कोई बारहमासी नदी नहीं है। हरियाणा से होकर घग्गर नदी राज्य के उत्तरी किनारे से बाहर निकलती है।

हरियाणा का इतिहास (History of Haryana):-

जिस क्षेत्र को आज हरियाणा (Haryana) के नाम से जाना जाता है वह वैदिक काल के अंत समय का मध्यमा क्षेत्र है और हिंदू धर्म का जन्मस्थान माना गया है। इसी क्षेत्र में आर्यों का पहला स्तुति गान गाया गया और सबसे प्राचीन पांडुलिपियां लिखी र्गइं। घग्गर घाटी में 3000 ईसा पूर्व से शहरी बस्तियां

बनीं। लगभग 1500 ईसा पूर्व में आर्य जनजाति इस क्षेत्र में आक्रमण करने वाले कई समूहों में सबसे पहली थी। इस क्षेत्र में भारत साम्राज्य का केंद्र था जिससे इस देश को इसका नाम भारत मिला। कौरव और पांडवों की महाकाव्य में वर्णित लड़ाई भी इस ही क्षेत्र में कुरुक्षेत्र में हुई। तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में यह क्षेत्र मौर्य साम्राज्य में शामिल हो गया। बाद में यह मुगलों की शक्ति का आधार बन गया। सन् 1526 में पानीपत की लड़ाई ने भारत में मुगल शासन की स्थापना की।

हरियाणा (Haryana) भारत के उत्तरी भाग में स्थित है और इसकी भौगोलिक स्थिति 30.73 डिग्री उत्तर और 76.78 डिग्री पूर्व में है। इस राज्य का कुछ हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आता है। हरियाणा का राज्य उत्तरी ओर से हिमाचल प्रदेश और पंजाब से, पूर्वी ओर से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से और पश्चिम की ओर से राजस्थान से घिरा है।

हरियाणा की जनसांख्यिकी (Demographics of Haryana) :-

सन् 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा (Haryana) की कुल जनसंख्या 25,353,081 है और इसका जनसंख्या घनत्व 573.4 वर्ग किमी. है। राज्य में लिंग अनुपात 1000 पुरुषों पर 877 महिलाओं का है। राज्य की जनसंख्या में हिंदुओं की बहुतायत है और अन्य धर्मों के लोग जैसे मुस्लिम, सिख, जैन और ईसाई भी यहां रहते हैं। इसके अलावा अन्य समुदायों के लोग जैसे दलित और वाल्मिकी भी यहां की आबादी का हिस्सा हैं।

हरियाणा की अर्थव्यवस्था (Haryana's economy) :-

हरियाणा (Haryana) की धरती कृषि के लिए उपयुक्त है और इसकी 60 प्रतिशत भूमि सिंचित है। यहां की एक चैथाई से ज्यादा आबादी कृषि करती है। यह राज्य चावल और गेंहू का प्रमुख उत्पादक है। अन्य महत्वपूर्ण फसलों में तिलहन, कपास, गन्ना, आलू, दालें, जौ, ज्वार, बाजरा शामिल हैं। हरियाणा की दिल्ली के बाजारों से करीबी, अच्छी सड़क और रेल लिंक होने और उर्वरक और उन्नत बीजों के उपयोग के चलते उत्पादन और प्रेरित हुआ है। हरियाणा अपने डेयरी पशुओं के लिए प्रसिद्ध है। राज्य में रेल तंत्र भी बहुत व्यापक है। हरियाणा की पूर्वी सीमा पर स्थित दिल्ली मुख्य हवाई हब के तौर पर कार्य करता है।

हरियाणा में सरकार और राजनीति (Haryana Government and Politics) :-

भारत के अन्य राज्यों की तरह हरियाणा (Haryana) में भी राज्यपाल ही राज्य का औपचारिक प्रमुख है। हरियाणा की सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री हैं जिनके पास विशेष कार्यकारी अधिकार हैं। इसकी 90 सदस्यों की एकल कक्ष विधायिका है। राज्य से 15 सदस्य संसद जाते हैंः पांच राज्य सभा यानि उच्च सदन और दस लोक सभा यानि निचले सदन। स्थानीय सरकार 21 जिलों पर आधारित है। राज्य के प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी आॅफ इंडिया, इंडियन नेशनल लोकदल आदि हैं।

हरियाणा में शिक्षा (Education in Haryana) :-

सन् 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य की साक्षरता दर 76.64 प्रतिशत है। राज्य में कई सरकारी और निजी स्कूल हैं जो या तो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या फिर हरियाणा स्कूली शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं। हरियाणा स्कूली शिक्षा बोर्ड साल में दो बार स्कूली शिक्षा के सभी स्तर पर परीक्षा आयोजित करता है। राज्य में रोहतक, सोनीपत और गुड़गांव उच्च शिक्षा के हब बनकर उभरे हैं। राज्य में कई प्रौद्योगिकी, शोध प्रबंधन आधारित काॅलेज हैं। हरियाणा का राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र देश का एकमात्र न्यूरोसाइंस शोध और शिक्षा संस्थान है।

हरियाणा की भाषाएं (Languages of Haryana) :-

भारत के अन्य राज्यों की तरह राज्य के लोगों की मातृभाषा हरियाणवी है। हालांकि इसे एक प्रकार की बोली माना जाता है ना कि आधिकारिक भाषा। राज्य की आधिकारिक भाषा हिंदी, पंजाबी और अंग्रेजी है। इनके अलावा राज्य में हरियाणवी, बंगरु, बागड़ी और अहिरवाटी बोलियां बोली जाती हैं।

हरियाणा का समाज और संस्कृति (Society and culture of Haryana) :-

हिंदू हरियाणा (Haryana) की जनसंख्या का लगभग 90 प्रतिशत हैं। राज्य की ज्यादातर सिख आबादी उत्तरपूर्व और उत्तरपश्चिम में रहती है। मुस्लिम राज्य के दिल्ली से लगे दक्षिण-पूर्वी जिलों में केंद्रित हैं। हरियाणा की कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी जाट हैं। हालांकि राज्य की 75 प्रतिशत आबादी ग्रामीण है पर शहरों का व्यवसायिक, औद्योगिक और कृषि विपणन केंद्रों के तौर पर तेजी से इजाफा हो रहा है।

हरियाणवी लोग सीधे, सरल, उद्यमी और मेहनतकश होते हैं। अपनी पुरानी धार्मिक और सामाजिक परंपराओं के साथ ये त्यौहार बड़े उत्साह से मनाते हैं। इस क्षेत्र के अपने प्रसिद्ध लोकगीत, कहावतें और संगीत वाद्ययंत्र हैं। यहां की महिलाएं समर्पित और मेहनती हैं और खेतों में पुरुषों की सहायता करती हैं। लोगों का खानपान साधारण है। यहां के लोग अपने मवेशियों से प्यार और अपने आहार में दूध दही की प्रचुरता के लिए जाने जाते हैं।

हरियाणा में परिवहन (Haryana transport) :-

हरियाणा (Haryana) राज्य देश का प्रमुख औद्योगिक केंद्र है और अपने पड़ोसी राज्यों से सड़क, हवाई और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है। हवाई मार्गः यह राज्य चंडीगढ़ हवाई अड्डे से इंडियन एयरलाईंस के जरिए दिल्ली, लेह, जम्मू और श्रीनगर से जुड़ा है। इसके अलावा भिवानी, करनाल, हिसार, नारनौल और पिंजोर में सार्वजनिक हवाई अड्डे हैं। वायुदूत की सेवा से हरियाणा चंडीगढ़ से दिल्ली, घग्गर और कुल्लु से जुड़ा है। रेलवेः चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन जो कि उत्तर रेलवे का टर्मिनस है, राज्य को मुंबई, कालका, दिल्ली और भारत के अन्य शहरों से जोड़ता है। अन्य रेलवे स्टेशन अंबाला, हिसार, जाखल, जींद, कालका, कुरुक्षेत्र, पानीपत और रोहतक हैं। रोडवेजः यह राज्य आंतरिक और बाहरी तौर पर सड़कों से जुड़ा है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से इसकी नजदीकी के चलते यह देश के अन्य राज्यों से भी आसानी से जुड़ा है। साथ ही कई राष्ट्रीय राजमार्गों के कारण भी यहां से देश के किसी भी भाग में जाया जा सकता है।

हरियाणा में पर्यटन (Haryana Tourism) :-

हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 44 पर्यटक परिसर बनाए गए हैं। हरियाणा के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल इस प्रकार हैंः

♦ बधकल झील ♦ दमदमा लेक ♦ कर्ण कुरुक्षेत्र सूरजकुंड ♦ मोरनी हिल्स ♦ पंचकूला ♦ पानीपत ♦ पृथ्वीराज की कचहरी ♦ सुल्तानपुर पक्षी अभयारण्य ♦ थानेश्वर तिलसार झील ♦ यदाविंद्र उद्यान

हरियाणा की जलवायु (Haryana's climate) :-

भारत के उत्तरी मैदानों में स्थित होने के कारण यह राज्य गर्मियों में बहुत गर्म और सर्दियों में बहुत ठंडा हो जाता है। हालांकि विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के कारण इस राज्य में तीन विशिष्ट मौसम होते हैं। मई और जून के महीनों में पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और दिसंबर और जनवरी में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। बरसात का मौसम हरियाणा में जुलाई से शुरु होकर सितंबर तक चलता है। कुल वर्षा की 80 फीसदी बारिश इसी दौरान होती है।

वैसे तो हरियाणा (Haryana) की यात्रा कभी भी की जा सकती है पर अक्टूबर से लेकर मार्च तक का समय राज्य की यात्रा का सबसे अच्छा समय है। हरियाणा किसलिए प्रसिद्ध है? यह राज्य ऐतिहासिक तौर पर कुरु क्षेत्र का भाग होने के लिए प्रसिद्ध है और सिंधु घाटी सभ्यता का पोषक रहा है। वर्तमान में यह आॅटोमोबाइल और आईटी उद्योग का प्रमुख हब है। यह राज्य देश में ट्रेक्टर, कारें और दुपहिया वाहन बनाने में अग्रणी है। इसके अलावा हरियाणा दूध और खाद्यान्न उत्पादन में अन्य राज्यों के मुकाबले अव्वल है।

अपने विशाल पर्यटन की संभावना के चलते पूरे राज्य में होटल तेजी से उभर रहे हैं। अपने प्रसिद्ध भोजन और पारंपरिक आतिथ्य से यह आपके प्रवास को यादगार बना देते हैं।

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