आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव का जीवन परिचय, आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव की जीवनी, Anandi Prasad Srivastava Biography In Hindi, आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव ( 1899 ई.) छायावादी युग के कवि थे। छायावादी कवियों में शायद इतने अल्पकाल में इतना अधिक लिखने वाला कवि कोई दूसरा नहीं है। इनका महत्त्व उन कवियों के समान है जो किसी भी नयी प्रवृत्ति में अधिकाधिक लिखकर उसकी सम्भावनाओं को विभिन्न दिशाओं में परिमार्जित करते हैं। . . . Read More . . .
हरिचन्द्र का जीवन परिचय, हरिचन्द्र की जीवनी, Haricandra Biography In Hindi, हरिचंद्र (हरिश्चंद्र?) दिगंबर जैन संप्रदाय के कवि थे। इन्होंने माघ की शैली पर धर्मशर्माभ्युदय नामक इक्कीस सर्गों का महाकाव्य रचा, जिसमें पंद्रहवें तीर्थंकर धर्मनाथ का चरित वर्णित है। ये महाकवि बाण द्वारा उद्धृत गद्यकार भट्टार हरिचंद्र से भिन्न थे, क्योंकि कि ये महाकाव्यकार थे, गद्यकाव्यकार थे, गद्यकार नहीं। . . . Read More . . .
हरिवंश राय बच्चन का जीवन परिचय, हरिवंश राय बच्चन की जीवनी, Harivansh Rai Bachchan Biography In Hindi, बच्चन का जन्म 27 नवम्बर 1907 को इलाहाबाद से सटे प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गाँव बाबूपट्टी में एक कायस्थ परिवार मे हुआ था। इनके पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव तथा माता का नाम सरस्वती देवी था। इनको बाल्यकाल में 'बच्चन' कहा जाता था जिसका शाब्दिक अर्थ 'बच्चा' या संतान होता है। बाद में ये इसी नाम से मशहूर हुए। . . . Read More . . .
अमीर ख़ुसरो का जीवन परिचय, अमीर ख़ुसरो की जीवनी, Khusrow Biography In Hindi, अबुल हसन अमीर ख़ुसरु चौदहवीं सदी के आसपास दिल्ली के पास रहने वाले एक प्रमुख कवि (शायर), गायक और संगीतकार थे। खुसरो को हिन्दुस्तानी खड़ीबोली का पहला लोकप्रिय कवि माना जाता है।[किसके द्वारा?] वे अपनी पहेलियों और मुकरियों के लिए जाने जाते हैं। सबसे पहले उन्हीं ने अपनी भाषा को हिन्दवी का उल्लेख किया था। वे फारसी के कवि भी थे। उनको दिल्ली सल्तनत का आश्रय . . . Read More . . .
Jaysankar Prasad Biography In Hindi, जयशंकर प्रसाद जी का जन्म 30 जनवरी 1890 ई• को काशी के सरायगोवर्धन में हुआ। इनके पितामह बाबू शिवरतन साहू दान देने में प्रसिद्ध थे और इनके पिता बाबू देवीप्रसाद जी कलाकारों का आदर करने के लिये विख्यात थे। इनका काशी में बड़ा सम्मान था और काशी की जनता काशीनरेश के बाद ‘हर हर महादेव’ से बाबू देवीप्रसाद का ही स्वागत करती थी। किशोरावस्था के पूर्व ही माता और बड़े भाई का देहावसान हो जाने . . . Read More . . .