भगवन श्री खाटू श्याम जी की आरती, Khatu Shyam Ji Ki Aarti in Hindi, हिन्दू धर्म के अनुसार, खाटू श्याम जी कलियुग में कृष्ण के अवतार हैं, जिन्होंने श्री कृष्ण से वरदान प्राप्त किया था कि वे कलियुग में उनके नाम श्याम से पूजे जाएँगे। श्री कृष्ण बर्बरीक के महान बलिदान से काफ़ी प्रसन्न हुए और वरदान दिया कि जैसे-जैसे कलियुग का अवतरण होगा, तुम श्याम के नाम से पूजे जाओगे। तुम्हारे भक्तों का केवल तुम्हारे नाम का सच्चे दिल से उच्चारण मात्र से ही उद्धार होगा। यदि वे तुम्हारी सच्चे मन और प्रेम-भाव से पूजा करेंगे तो उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी और सभी कार्य सफ़ल होंगे।
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
निज भक्तन के तुमने, पूरण काम करे॥ ॐ
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
पीत बसन पीताम्बर, कुण्डल कर्ण पड़े॥ ॐ
रत्नसिंहासन राजत, सेवक भक्त खड़े।
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जरे॥ ॐ
मोदक खीर चूरमा, सुवर्ण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सिर पर चंवर ढूले॥ ॐ
झांझ, नगाड़ा और घडियावल, शंख मृदंग बजे।
भक्त आरती गावे, जय जयकार करे॥ ॐ
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जब निज मुख से, श्री श्याम श्याम उचरे॥ ॐ
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
गावत दासमनोहर, मनवांछित फल पावे॥ ॐ
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