चिंतपूर्णी माता की आरती, Chintpurna Mata Aarti in Hindi, चिंतपूर्णी धाम हिमाचल प्रदेश मे स्थित है। यह स्थान हिंदुओं के प्रमुख धार्मिक स्थलो में से एक है। यह 51 शक्ति पीठो मे से एक है। यहां पर माता सती के चरण गिर थे। इस स्थान पर प्रकृति का सुंदर नजारा देखने को मिल जाता है। यात्रा मार्ग में काफी सारे मनमोहक दृश्य यात्रियो का मन मोह लेते हैं और उनपर एक अमिट छाप छोड़ देते हैं। यहां पर आकर माता के भक्तों को आध्यात्मिक आंनद की प्राप्ति होती है।
चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जग को तारो भोली माँ॥
भोली माँ॥
जन को तारो भोली माँ, काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा॥
भोली माँ॥
सिन्हा पर भाई असवार, भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर॥
भोली माँ॥
एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा, तीजे त्रिशूल सम्भालो॥
भोली माँ॥
चौथे हाथ चक्कर गदा, पाँचवे-छठे मुण्ड़ो की माला॥
भोली माँ॥
सातवे से रुण्ड मुण्ड बिदारे, आठवे से असुर संहारो॥
भोली माँ॥
चम्पे का बाग़ लगा अति सुन्दर, बैठी दीवान लगाये॥
भोली माँ॥
हरी ब्रह्मा तेरे भवन विराजे, लाल चंदोया बैठी तान॥
भोली माँ॥
औखी घाटी विकटा पैंडा, तले बहे दरिया॥
भोली माँ॥
सुमन चरण ध्यानु जस गावे, भक्तां दी पज निभाओ॥
भोली माँ॥
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