राधा जी की आरती (Radha Ji Ki Aarti in Hindi) राधा जी श्री कृष्ण की प्राणसखी, ब्रज धाम की रानी और वृषभानु की पुत्री है। राधा कृष्ण शाश्वत प्रेम का प्रतीक हैं। राधा की माता कीर्ति के लिए 'वृषभानु पत्नी' शब्द का प्रयोग किया जाता है। राधा को कृष्ण की प्रेमिका और कहीं-कहीं पत्नी के रूप में माना जाता हैं।
ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण।
ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण।।
श्री राधा कृष्णाय नमः ..
घूम घुमारो घामर सोहे जय श्री राधा।
पट पीताम्बर मुनि मन मोहे जय श्री कृष्ण।।
जुगल प्रेम रस झम झम झमकै।
श्री राधा कृष्णाय नमः ..
राधा राधा कृष्ण कन्हैया जय श्री राधा।
भव भय सागर पार लगैया जय श्री कृष्ण।।
मंगल मूरति मोक्ष करैया।
श्री राधा कृष्णाय नमः ..