दूलह का जीवन परिचय, Dulah Biography in Hindi, दूलह रीतिकाल के रीतिग्रंथकार कवि हैं। रामचंद्र शुक्ल ने इनका कविताकाल संवत् १८०४ से सं. १८२५ तक माना है। नागरीप्रचारिणी सभा के खोज-विवरण द्वारा विदित हुआ है कि एकमात्र उपलब्ध अलंकार ग्रंथ, 'कविकुल कंठाभरण' का रचनाकाल संवत् १८०७ है। 'शिवसिंह सरोज' के परिशिष्ट भाग के कवियों के जीवनचरित्र में ग्रंथगत समय का खंडन करते हुए कहा गया है, 'इनका जन्म सं. १८०३ गलत हैं।क्योंकि इनके पिता कवींद्र के जन्म का संवत् . . . Read More . . .
केशवदास का जीवन परिचय, Keshavdas Biography in Hindi, केशव या केशवदास (जन्म -अनुमानत: 1555 विक्रमी और मृत्यु -अनुमानत: 1618 विक्रमी) हिन्दी साहित्य के रीतिकाल की कवि-त्रयी के एक प्रमुख स्तंभ हैं। वे संस्कृत काव्यशास्त्र का सम्यक् परिचय करानेवाले हिंदी के प्राचीन आचार्य और कवि हैं। इनका जन्म सनाढ्य ब्राह्मण कुल में हुआ था। इनके पिता का नाम काशीराम था जो ओड़छा नरेश मधुकरशाह के विशेष स्नेहभाजन थे। मधुकरशाह के पुत्र महाराज इंद्रजीत सिंह इनके मुख्य आश्रयदाता थे। वे . . . Read More . . .
महाकवि देव का जीवन परिचय, Mahakavi Dev Biography in Hindi, प्रसिद्ध देव कवि का जन्म सं. १७३० में हुआ था। ये द्यौसरिया (देवसरिया) कान्यकुब्ज द्विवेदी ब्राह्मण थे। इनका निवासस्थान इटावा था। देव ने कई आश्रयदाताओं के यहाँ रहकर अपनी रचनाएँ कीं। इनकी रचना 'अष्टयाम' औरंगजेब के पुत्र आजमशाह के संकेत पर हुई थी और उसने उन्हें पुरस्कृत भी किया था। संभवत: 'भावविलास' भी आजमशाह के आश्रय में लिखा गया हो। देव के दूसरे आश्रयदाता दादरीपति राजा सीताराम के भतीजे . . . Read More . . .
मतिराम का जीवन परिचय, Mati Ram Biography in Hindi, मतिराम का जन्म सन १६१७ में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित तिकवांपुर (त्रिविक्रमपुर) में हुआ। वे आचार्य कवि चिंतामणि तथा भूषण के भाई थे।[1] इसका उल्लेख "वंशभास्कर" एवं "तजकिरए सर्वे आजाद हिंद" में हुआ है। भूषण ने अपने को कश्यप गोत्रीय कान्यकुब्ज त्रिपाठी रत्नाकर का पुत्र बताया है और चर्खारी नरेश विक्रमादित्य के राज्यकवि बिहारीलाल ने विक्रमसतसई की टीका रसचंद्रिका में अपना परिचय दिया है जिससे स्पष्ट है . . . Read More . . .
चिन्तामणि त्रिपाठी का जीवन परिचय, Chintamani Tripathi Biography in Hindi, चिंतामणि त्रिपाठी हिन्दी के रीतिकाल के कवि हैं। ये यमुना के समीपवर्ती गाँव टिकमापुर या भूषण के अनुसार त्रिविक्रमपुर (जिला कानपुर) के निवासी काश्यप गोत्रीय कान्यकुब्ज त्रिपाठी ब्राह्मण थे। इनका जन्मकाल संo १६६६ विo और रचनाकाल संo १७०० विo माना जाता है। . . . Read More . . .