क्रिकेट का जब चढ़ा बुखार, मन में आया एक विचार। क्यों न मैं एक टीम बनाऊँ, पहला ही कप जीत के लाऊँ। मैं बोला कप्तान बनूँगा , बैंटिंग पहले मैं ही लूँगा। मेरे हाथ में बैट जो आया, कपिल देव को मज़ा चखाया। . . . Read More . . .
चिंटू मेरा अच्छा दोस्त, खाता अंडा मक्खन टोस्ट। सुबह-सुबह जल्दी उठता है, शाला में अच्छा पढ़ता है। . . . Read More . . .
पीले रंग का मेरा छाता, यह वर्षा से मुझे बचाता। कड़ी धूप या रिमझिम पानी, दोनों में है साथ निभाता। पीले छाते की है साथी, मेरी यह काली बरसाती। . . . Read More . . .
नाव मेरी बड़ी मज़े की, लहरों पर झूला करती। कागज़ की वह बनी हुई है, फूलों का बोझा भरती। गुड्डे गुड़ियों को ले जा कर, है तालाब दिखा लाती। . . . Read More . . .
मेरी बिल्ली, आंछी आंछी, अरे हो गया उसे जुकाम। जा चूहे ललचा मत मौसी जी को, करने दे उसको आराम। . . . Read More . . .