Indian Government Jeevan Jyoti Bima Schemes in Hindi, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीवन ज्योति बीमा योजना की शुरुआत की है। यह मूल रूप से एक सावधि जीवन बीमा पॉलिसी है। इसका सालाना आधार पर या लंबी अवधि के लिए नवीनीकरण किया जा सकता है। पॉलिसीधारक की मौत होने पर यह उसे जीवन बीमा कवरेज मुहैया कराएगी।
प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष आयु समूह के व्यक्तियों को उपलब्ध कराई जाएगी। संबंधित व्यक्तियों का बैंक खाता होना चाहिए। जो लोग यह पॉलिसी 50 साल के पहले लेते हैं, उन्हें जीवन बीमा का कवर 55 साल तक मिलेगा। हालांकि, उन्हें यह लाभ पाने के लिए नियमित रूप से प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
पॉलिसीधारक को सालाना 330 रुपए का भुगतान करना होगा। यह राशि हर साल उनके बैंक खाते से काट ली जाएगी। वह भी एक बार में। यह काम बैंक से होगा, जहां यह पॉलिसी शुरू होगी। प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (Jeevan Jyoti Bima Yojana) में रिस्क कवरेज दो लाख रुपए है। पॉलिसी एक साल से ज्यादा अवधि के लिए ली गई तो जितने साल के लिए यह पॉलिसी ली गई है, उतने साल तक हर साल संबंधित बैंक खाते से पैसा काट लिया जाएगा।
इस जीवन ज्योति बीमा योजना (Jeevan Jyoti Bima Yojana) की पेशकश भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) कर रहा है। हालांकि, यदि कोई अन्य जीवन बीमा कंपनियां इस कार्यक्रम से जुडना चाहती हैं तो संबंधित बैंकों के साथ अनुबंध कर जुड़ सकती हैं। पीएमजेजेएस के मामले में जिन बैंकों के उपभोक्ता इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे, उन्हें मास्टर अकाउंट होल्डर माना जाएगा। एलआईसी और अन्य बीमा कंपनियां दावा भुगतान और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देंगी। जो सरल और अंशधारकों के लिए सहज होने की उम्मीद की जा सकती है। यह बैंकों के साथ परामर्श के बाद किया जाएगा।
यह जीवन ज्योति बीमा योजना (Jeevan Jyoti Bima Yojana) शुरुआत में 1 जून 2015 से 31 मई 2016 तक के लिए रहेगी। हितग्राहियों को 31 मई 2015 तक या उससे पहले अपना पंजीयन कराना था। उन्हें यह भी बताना है कि उनके बैंक खाते से पैसा कब काटा जाए। यह तारीख 31 अगस्त 2015 तक बढ़ाई जाएगी। यदि कोई इसके बाद इस योजना में पंजीयन कराना चाहता है तो वह स्व-प्रमाणन जमा कर सकता है। जिसमें उसे बताना होगा कि उसका स्वास्थ्य अच्छा है और वह पूरी प्रीमियम चुकाने को तैयार है। यदि कोई पहले वर्ष के बाद भी इस जीवन ज्योति बीमा योजना (Jeevan Jyoti Bima Yojana) का हितग्राही बने रहना चाहता है तो उसे उस साल 31 मई तक बैंक खाते से पैसे कटने की सहमति देनी होगी।
जो भी इसके बाद पॉलिसी का नवीनीकरण कराता है, उसे स्वास्थ्य अच्छा होने का स्व-प्रमाणन करना होगा। साथ ही सालाना प्रीमियम भी एकमुश्त चुकानी होगी। यदि कोई पहले साल में योजना से नहीं जुड़ता तो वह आगे चलकर अच्छे स्वास्थ्य का स्व-प्रमाणन कर सालाना प्रीमियम चुकाकर इस योजना क¢ तहत पंजीयन करा सकता है। यही प्रक्रिया उन लोगों के लिए भी लागू होगी जिन्होंने पॉलिसी लेने के बाद बीच में छोड़ दी और दोबारा शुरू करना चाहते हैं।
पॉलिसीधारक की उम्र 55 वर्ष पूरी होने पर पॉलिसी खत्म हो जाएगी। हालांकि, इसे प्रभावी रखने के लिए पॉलिसीधारक को समय-समय पर इसका नवीनीकरण कराना होगा। यदि खाताधारक बीमा पॉलिसी को सक्रिय रखने लायक न्यूनतम बेलेंस भी अपने बैंक खाते में नहीं रख पा रहा है और उस बैंक का खाता ही खत्म कराना पड़ता है, जहां से पॉलिसी ले रखी है तो बीमा पॉलिसी भी खत्म हो जाएगी। यदि संबंधित व्यक्ति के एक से ज्यादा खाते हैं और वह अनजाने में एक से ज्यादा बीमा पॉलिसी ले लेता है तो भी वह प्रीमियम जब्त हो जाएगी।
330 रुपए के सालाना प्रीमियम में से 289 रुपए बीमा कंपनी को जाएंगे और 30 रुपए का भुगतान बीसी, कॉर्पोरेट या माइक्रो एजेंट्स को होगा। बैंक को 11 रुपए प्रशासनिक खर्च के तौर पर मिलेंगे।
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