हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा धार्मिक स्थल, Hemkund Sahib Religious Places in hindi, हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा उत्तराखंड में गढ़वाल के चमोली जिले में हैं। हिमालय की बर्फीली पहाड़ियों के बीच 15,200 फुट की ऊंचाई पर सात पहाड़ियों के बीच एक बर्फीली झील किनारे स्थापित है। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा सिखों का एक पवित्र स्थानों में से एक है। हेमकुंड साहिब जो सिख धर्मावलम्बियों की अनन्य आस्था का केंद्र है। . . . Read More . . .
जोशीमठ धार्मिक स्थल, Joshimath Religious Places in hindi, जोशीमठ (जोतिर्मठ) उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर है। जोशीमठ धार्मिक स्थल पर्यटन हेतु बहुत प्रसिद्ध जगह है। यहां ८वीं सदी में धर्मसुधारक आदि शंकराचार्य को ज्ञान प्राप्त हुआ और बद्रीनाथ मंदिर तथा देश के विभिन्न कोनों में तीन और मठों की स्थापना से पहले यहीं उन्होंने प्रथम मठ की स्थापना की। . . . Read More . . .
देवप्रयाग धार्मिक स्थल, Devprayag Religious Places in hindi, देवप्रयाग भारत के उत्तराखण्ड राज्य में स्थित एक नगर एवं प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। यह अलकनंदा तथा भागीरथी नदियों के संगम पर स्थित है। इसी संगम स्थल के बाद इस नदी को पहली बार 'गंगा' के नाम से जाना जाता है। यहाँ श्री रघुनाथ जी का मंदिर है, जहाँ हिंदू तीर्थयात्री भारत के कोने कोने से आते हैं। . . . Read More . . .
हरिद्वार धार्मिक स्थल, Haridwar Religious Places in hindi, हरिद्वार भारत में एक पवित्र नगर है। हरिद्वार हिन्दुओं के सात पवित्र स्थलों में से एक है। ३१३९ मीटर की ऊंचाई पर स्थित अपने स्रोत गौमुख से २५३ किमी की यात्रा करके गंगा नदी हरिद्वार में गंगा के मैदानी क्षेत्रों में प्रथम प्रवेश करती है, इसलिए हरिद्वार को गंगाद्वार के नाम से भी जाना जाता है हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, हरिद्वार वह स्थान है जहाँ अमृत की कुछ बूँदें भूल . . . Read More . . .
ऋषिकेश धार्मिक स्थल, Rishikesh Religious Places in hindi, ऋषिकेश उत्तराखण्ड के देहरादून जिले का एक प्राचीन नगर एवं हिन्दू तीर्थस्थल है। यह गढ़वाल हिमालय का प्रवेश द्वार एवं योग की वैश्विक राजधानी है। हिमालय का प्रवेश द्वार, ऋषिकेश जहाँ पहुँचकर गंगा पर्वतमालाओं को पीछे छोड़ समतल धरातल की तरफ आगे बढ़ जाती है। ऋषिकेश का शांत वातावरण कई विख्यात आश्रमों का घर है। उत्तराखण्ड में समुद्र तल से 1360 फीट की ऊंचाई पर स्थित ऋषिकेश भारत के सबसे पवित्र . . . Read More . . .