श्याम तेरी बंसी पुकारे, Shyam Teri Bansi Radha Krishna Bhajan, राधा जी श्री कृष्ण की प्राणसखी, ब्रज धाम की रानी और वृषभानु की पुत्री है। राधा कृष्ण शाश्वत प्रेम का प्रतीक हैं। राधा की माता कीर्ति के लिए 'वृषभानु पत्नी' शब्द का प्रयोग किया जाता है। राधा को कृष्ण की प्रेमिका और कहीं-कहीं पत्नी के रूप में माना जाता हैं। . . . Read More . . .
आओ कन्हैया आओ मुरारी, Aao Kanhaiya Aao Murari Hindi Krishna Bhajan, श्री कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब-जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी न किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं, पूजा के लिए आओ कन्हैया आओ मुरारी . . . Read More . . .
भज के नंदलला, Bhaj Ke Nandlala Hindi Krishna Bhajan, श्री कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब-जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब-तब भगवान विष्णु किसी न किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं, पूजा के लिए भज के नंदलला कृष्णा भजन यहाँ . . . Read More . . .
संकटमोचन हनुमानाष्टक, Hanuman Ashtak, हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। हनुमान जी को संकटमोचन कह कर भी पुकारते हैं क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं और उन्हें हर संकट से बचा कर रखते हैं। हनुमानाष्टक संकटमोचन हनुमान जी का आठ दोहा मंत्र है। किसी भी प्रकार का कैसा भी बड़ा और भीषण संकट हो हनुमानाष्टक का पाठ अत्यंत प्रभावकारी है। हनुमान जयंती पर इस पाठ से हर बाधा का नाश होता . . . Read More . . .
Bajrang Baan Benefits in Hindi, बजरंग बाण के बारे में कहा जाता है कि इसका प्रयोग हर कहीं, हर किसी को नहीं करना चाहिए। जब व्यक्ति घोर संकट में हो तब ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए वरना राम भक्त हनुमान इसके प्रयोग में हुई त्रुटि को क्षमा नहीं करते हैं। छोटी-मोटी समस्याओं में इसका प्रयोग निषेध है। इसका प्रयोग किसी अत्यंत अभिष्ट कार्य के लिए ही किया जाता है, असाध्य रोग, शारीरिक कष्ट, मानसिक अशांति, व्यापार में रुकावट होने . . . Read More . . .