श्याम तेरी बंसी पुकारे, Shyam Teri Bansi Radha Krishna Bhajan, राधा जी श्री कृष्ण की प्राणसखी, ब्रज धाम की रानी और वृषभानु की पुत्री है। राधा कृष्ण शाश्वत प्रेम का प्रतीक हैं। राधा की माता कीर्ति के लिए 'वृषभानु पत्नी' शब्द का प्रयोग किया जाता है। राधा को कृष्ण की प्रेमिका और कहीं-कहीं पत्नी के रूप में माना जाता हैं।
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम।
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम।
साँवरे की बंसी को बजने से काम।
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम।
जमुना की लहरें बंसीबट की छैयां।
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया।
श्याम का दीवाना तो सारा बृज धाम।
लोग करें मीरा को ...।
कौन जाने बाँसुरिया किसको बुलाए।
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाए।
कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम।
राधा का भी ...।
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