काला कौआ कविता, Kala Kauwa Hindi Poems Nursery Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा हिंदी में बच्चों की कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं, छोटे बच्चों की छोटी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
काँव काँव करता ही जाये,
काला कौआ खूब सताये।
झूठ बोलो तो ये आ जाये,
आके चोंच मार भी जाये।
काला रंग इसको सुहाये,
लालच इसके मन में समाये।
दाना दो तो ये ले जाये,
अंडा हो तो ये आ जाये।
चलाकी इसकी रग रग समाये,
कोयल से फिर भी मार खाये।
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