तारे हिंदी कविता

माँ, जब सूरज ढल जाता है,
अँधियारा छा जाता है।

आसमान में जगमग-जगमग,
दीप कौन जलाता है?

Taare Kavita Hindi Rhymes
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रात बीतने पर सपनों की,
जो सूरज चमकाता है।

जो सोने-चाँदी की किरणें,
धरती पर फैलाता है।

वह जब सूरज ढल जाता है,
अँधियारा छा जाता है।

आसमान में जगमग, जगमग,
लाखों दीप जलाता है।

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