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शिक्षक की भूमिका - कविता

शिक्षक की भूमिका कविता, Shikshak Ki Bhoomika Hindi Poems Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।

Shikshak Ki Bhoomika Hindi Rhymes
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"कविता"

सरस्वती को वन्दन करके, शीश झुकाने आया हूं
मैं शिक्षक की पीड़ा के, कुछ गीत सुनाने आया हूं

बाल गणना की खातिर, हम भेज दिये गलियारों में
हमें डाकिया बना दिया है, राज्य की सरकारों ने

दरवाजे की वेल बजाकर, हर दरवाजे जाते हैं
किस घर में कितने बच्चे हैं, खोज खोज कर लाते हैं

भारत की हर जनगणना का, इतिहास हमें बतलाना है
संवाहक बन जनगणना का, हर अर्थ हमें समझाना है

पल्स पोलियो किट पकड़ाकर, हमें डाक्टर बना दिया
दो बूंद जिन्दगी की देकर के, हमें मास्टर बना दिया

शिक्षक अब शिक्षक नहीं रहा, मैं यह बतलाने आया हूं
मैं शिक्षक की पीड़ा के, कुछ गीत सुनाने आया हूं

BLO का बैग थामकर, पहुंचे बूथ इलैक्शन में
मानों कोई कमी रह गई, इनके किसी सिलेक्सन में

मतदाता पहचान पत्र भी, बांटे सभी जनाबों में
घर घर पर्ची बांट रहे हैं, शिक्षक सभी चुनावों में

बैंक खाता खुलवाने को, शिक्षक बना दिये बाबू
भूल जरा सी हो जाये, अभिभावक होते बेकाबू

खाते में पैसे न पहुंचे तो, गाली भी मिल सकती है
अभिभावक की वक्र दृष्टि से, धरती भी हिल सकती है

शिक्षक से बढ़कर अभिभावक, मैं यह समझाने आया हूँ
मैं शिक्षक की पीड़ा के कुछ, गीत सुनाने आया हू

हर चुनाव मे वैलेट बाक्स, बूथों पर ले जाना है
भूखे प्यासे रहकर के भी, चुनाव हमें निपटाना है

मिड-डे-मील की पूड़ी भी, शिक्षक को पहले खानी है
भले छिपकली इसमें हो, खाकर के हमें दिखानी है

शायद अमरौती खाकर, शिक्षक दुनियां में आया है
इसीलिए खाना चखने का, नियम यहाँ पर पाया है

बागवानी का काम कराकर, हमको माली बना दिया
एक हाथ से बजने वाली, हमको ताली बना दिया

आये दिन अधिकारी भी, कक्षा मे आकर झांक रहे
केवल कमियां देख देख कर, शिक्षण का स्तर आंक रहे

दिखती नहीं खूबियां इनको, याद दिलाने आया हूं
मैं शिक्षक की पीड़ा के, कुछ गीत सुनाने आया हूं

अनीमिया की गोली भी, शिक्षक बालक को खिला रहे
दवा मारने कीड़ो की, अपने हाथों से पिला रहे

लेकर बुकलेट डाइस की, घूम रहे कम्प्यूटर पर
मास्टर जी हर रोज ढो रहे, डाक सभी स्कूटर पर

साफ सफाई भी परिसर की, हमको ही करवानी है
मास तालिका हर महीने की, हमको ही भरवानी है

बच्चों की रक्षा की खातिर, हमको गार्ड बना डाला
इस समय इनकमिंग वाला हमको, रोमिंग कार्ड बना डाला

काम न करने की अफवाह को, मैं झुठलाने आया हूं
मैं शिक्षक की पीड़ा के, कुछ गीत सुनाने आया हूं

सेमीनार भी तरह तरह के, हमको पूरे करने हैं
मेडीकल के जांच प्रपत्र, हमको पूरे भरने हैं

पुस्तक वितरण हेतु किताबें, भंडारों से लानी हैं
डेंगू और चिकनगुनियां की, रैली भी ले जानी है

खींच के फोटो आफिस भेजो, 'मक डिर्ल 'भूकम्पों की
तैयारी भी खूब कराओ, ऊंची लम्बी जम्पों की

मेले में विज्ञान के शिक्षक, रेड़ी खूब लगाते हैं
चाट पकौड़ी दही पापड़ी, सबको खूब खिलाते हैं

शिक्षण से ठेली तक की ये, गाथा गाने आया हूं
मैं शिक्षक की पीड़ा के, कुछ गीत सुनाने आया हूं।

सभी अध्यापकों को मेरा नमन।

नोट :- आपको ये पोस्ट कैसी लगी, कमेंट्स बॉक्स में जरूर लिखे और शेयर करें, धन्यवाद।

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