सितारों से क्या माँगना हिंदी कविता, Sitaron Se Kya Maangna Hindi Poems Kavita, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
चाँदनी सिमटकर ओस की बूँदें बन गई,
इन टूटते हुए सितारों से क्या माँगना।
तॉकती हुई आँखें जैसे पत्थर बन गईं,
अब छुप-छुप कर इशारों से क्या माँगना।
खुशबु में साँसें, और फूलों में घर मेरा,
चंद उलझे हुए हारों से क्या माँगना।
देखा जिसको वही माँगते हुए मिला,
इन लम्बी कतारों से क्या माँगना।
एक लहर आकर सभी कुछ तो ले गई,
इन रेत के किनारों से क्या माँगना।
कँपकँपाती शीत और टूटती हुई साँसें,
बुझते हुए अंगारों से क्या माँगना।
आँसुओं से प्यास को बुझाना सीख ले,
इन टूटती हुई दरारों से क्या माँगना।