माँ, जब सूरज ढल जाता है,
अँधियारा छा जाता है।
आसमान में जगमग-जगमग,
दीप कौन जलाता है?
रात बीतने पर सपनों की,
जो सूरज चमकाता है।
जो सोने-चाँदी की किरणें,
धरती पर फैलाता है।
वह जब सूरज ढल जाता है,
अँधियारा छा जाता है।
आसमान में जगमग, जगमग,
लाखों दीप जलाता है।