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धार्मिक आरती - Religious Aarti


श्री तुलसी माता की आरती

Tulsi Mata Aarti Religious Aarti

श्री तुलसी माता की आरती, Tulsi Mata Ki Aarti in Hindi, तुलसी को हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है। पुराणों के अनुसार जिस घर के आंगन में तुलसी होती है वहां कभी अकाल मृत्यु या शोक नहीं होता है। माना जाता है कि तुलसी के प्रतिदिन दर्शन और पूजन करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है। . . . Read More . . .

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श्री बाँके बिहारी जी की आरती

Banke Bihari Religious Aarti

श्री बाँके बिहारी जी की आरती, Banke Bihari Ji Ki Aarti in Hindi, बांके बिहारी मंदिर भारत में मथुरा जिले के वृंदावन धाम में रमण रेती पर स्थित है। यह भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बांके बिहारी कृष्ण का ही एक रूप है जो इसमें प्रदर्शित किया गया है। यह मन्दिर श्री वृन्दावन धाम के एक सुन्दर इलाके में स्थित है। . . . Read More . . .


श्री गोवर्धन जी की आरती

Govardhan Aarti Religious Aarti

श्री गोवर्धन जी की आरती, Govardhan Ji Ki Aarti in Hindi, दीपावली की अगली सुबह गोवर्धन पूजा की जाती है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस त्यौहार का भारतीय लोकजीवन में काफी महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। इस पर्व की अपनी मान्यता और लोककथा है। गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार . . . Read More . . .

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श्री सरस्वती माता की आरती

Sarswati Mata Aarti Religious Aarti

श्री सरस्वती माता की आरती, Sarswati Mata Ki Aarti in Hindi, सरस्वती हिन्दू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक हैं। वे ब्रह्मा की मानसपुत्री हैं जो विद्या की अधिष्ठात्री देवी मानी गई हैं। इनका नामांतर 'शतरूपा' भी है। इसके अन्य पर्याय हैं, वाणी, वाग्देवी, भारती, शारदा, वागेश्वरी इत्यादि। ये शुक्लवर्ण, श्वेत वस्त्रधारिणी, वीणावादनतत्परा तथा श्वेतपद्मासना कही गई हैं। इनकी उपासना करने से मूर्ख भी विद्वान् बन सकता है। माघ शुक्ल पंचमी को इनकी पूजा की परिपाटी चली आ . . . Read More . . .

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श्री यमुना जी की आरती

Yamuna Ji Aarti Religious Aarti

श्री यमुना जी की आरती, Yamuna Ji Ki Aarti in Hindi, भारतवर्ष की सर्वाधिक पवित्र और प्राचीन नदियों में यमुना की गणना गंगा के साथ की जाती है। ब्रजमंडल की तो यमुना एक मात्र महत्वपूर्ण नदी है। जहाँ तक ब्रज संस्कृति का संबध है, यमुना को केवल नदी कहना ही पर्याप्त नहीं है। वस्तुतः यह ब्रज संस्कृति की सहायक, इसकी दीर्ध कालीन परम्परा की प्रेरक और यहाँ की धार्मिक भावना की प्रमुख आधार रही है। . . . Read More . . .


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