Advertisement

बरसो बादल - हिंदी कविता

प्यासी धरती, बरसो बादल!
प्यासा-प्यासा हर वन-उपवन।
रूखे-सूखे से घर-आँगन।

ऊँ प्यासे सूखे खेतों पर,
इन प्यासे नन्हें पौधों पर
शीतल जल ले परसो बादल!

प्यासी धरती, बरसो बादल!
अपनी लंबी-सी झोली में
तुम ढेरों पानी भर लाओ।

खुश होकर बिजली चमकाओ,
गड़गड़ गड़गड़ गाना गाओ।
रिमझिम रिमझिम बरसो बादल!

Barso Badal Poem Hindi Rhymes
Advertisement

प्यासी धरती, बरसो बादल!
ये सूखे ताल-तलैया भी,
तुम बरसोगे तो खुश होकर

नाचेगा छोटू भैया भी,
तुम मत रूठो, हरसो बादल!
प्यासी धरती, बरसो बादल!

तुम बरसोगे तो पाएगी
यह धरती मखमल का आँचल,
बरखा रानी भी नाचेगी

छम-छम, छल-छल बाँधे पायल!
सावन आया, सरसो बादल!
प्यासी धरती, बरसो बादल!

Advertisement
Advertisement

Related Post

Categories