सरोज खान का जीवन परिचय, Saroj Khan Jeevan Parichay, सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल था। उनके पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह तथा उनकी माता का नाम नोनी सद्धू सिंह के घर हुआ था। उन्होंने एक मुस्लिम से शादी की है। उनका नाम सरदार रोशन खान है और वहि से उनका अन्तिम नाम खान आता है। उन्होने नृत्य कि शिक्षा बी सोहनलाल से ली। एक पाकिस्तानी टीवी शो पर अपने खुद के इकबालिया बयान के अनुसार उन्होंने इस्लाम को शादी से पहले ही कूबुल कर लिय था और अभी एक मुसलमान है।
सरोज खान की माँ और पिताजी कृशचन साधु सिंह और नोनी साधु सिंह है। निर्मला जो सरोज खान के नाम से प्रसिद है उनके माता-पिता भारत के विभाजन के बाद भारत चले आए थे। उन्होंने एक मुस्लिम से शादी की है। उनका नाम सरदार रोशन खान है और वहि से उनका अन्तिम नाम खान आता है। उन्होने नृत्य कि शिक्षा बी सोहनलाल से ली। एक पाकिस्तानी टीवी शो पर अपने खुद के इकबालिया बयान के अनुसार उन्होंने इस्लाम को शादी से पहले ही कूबुल कर लिय था और अभी एक मुसलमान है। तेरह साल कि उम्र मे उन्होने बी सोहनलाल से शादी करली जो कि उस समय के एक प्रसिद्ध नृत्य गुरु थे।
सोहनलाल पहले हि शादीशुदा थे और उन्हे 4 बच्चे भी थे। चौदह साल की उम्र में उन्होने अपने पहले बच्चे हामिद खान को जन्म दिया, जो अब राजू खान के नाम से एक प्रसिद्ध नृत्य रचनाकार है। 1965 में वह सोहनलाल से अलग हुई, लेकिन उनके सहायक के रूप में काम करती रही। सोहनलाल और सरोज खान का पुनर्मिलन तब हुवा जब सोहनलाल को दिल का दौरा पड़ा था। सरोज खान को सोहनलाल से और एक बच्चा हुवा उन्की बेटी हिना खान (कोयल)। सोहनलाल सरोज खान और उन्के दो बच्चों को पीछे छोड़कर् माद्रस छले गये। उसके बाद वह सरदार रोशन खान के साथ शादी कि और सुकय्ना खान नाम के एक बेटी को जन्म दिया। जो अब दुबई में एक नृत्य संस्थान चलाती है।
सरोज खान ने 2005 में नच बलिए में जज के रूप में एक रियलिटी डांस शो में दिखाई दीं थीं। वह हाल ही में “उस्तादों के उस्ताद” शो के लिए जज बनी हैं, जो सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (इंडिया) पर प्रसारित होता है। वह “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” में एक नृत्य प्रतियोगिता में जज के रूप में दिखाई दीं थीं।
वह फिल्म नज़्राना में तीन साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में अपने व्यवसाय की शुरुआत कि और उस किर्दार का नाम श्यामा था। वह नगीना चलचित्र "मैं तेरी दुश्मन" के लिए बहुत् प्रसिद्धि मिलि थी। उन्होने दुबई मे नृत्य संस्था शुरू की 29 नवम्बर 2009 पृष्ठभूमि नर्तकी के रूप मे शुरुवात कि। फिल्म नृत्यरचना-कार बी सोहन्लाल् के तहत काम किया और उन्होने नृत्य सीखा। बाद में वह खुद नृत्य संयोजक के रूप मे अपने व्यवसाय कि शुरुवात कि थी। पहले एक सहायक नृत्यरचना-कार के रूप में और बाद में एक स्वतंत्र नृत्यरचना-कार के रूप में गीता मेरे नाम मे शुरुवात कि थी।
हालांकि, उन्को ख्याति प्रप्त करने के लिये कई साल इन्तज़र करना पड़ा था लेकिन श्री देवी के साथ मिस्टर इंडिया में हवा हवाई और चांदनी के गानों कि नृत्यकला के सात उन्हे ख्याति मिलि थी। बाद में माधुरी दीक्षित के साथ, तेजाब में एक दो तीन, थानेदार में तम्मा तम्मा लोगे और बेटा मे धक धक करने लग मे जबरदस्त गाने दिये थे। इसके बाद वह सबसे सफल बॉलीवुड कोरियोग्राफरों में से एक बन गई थी। 2013 मे गुलाब में फिर माधुरी दीक्षित के साथ काम किया है।
सरोज खान दो अन्य न्यायाधीशों के साथ स्टार वन पर प्रसारित जो 2005 नच बलिए में निर्णायक मंडल के एक सदस्य के रूप में एक रियलिटी डांस शो में दिखाई दि गई थी। नच बलिए के दूसरे सीज़न मे भी न्यायाधीश रहि। वह हाल ही में सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (इंडिया) पर प्रसारित हो रहे जो शो "उस्तदो का उस्ताद 'के लिए एक न्यायाधीश भी रही है। वह एनडीटीवी इमेजिन पर प्रसारित किया गया शो नच लेवे वित सरोज खान 2008 में दिखाई दि। वह इस शो के लिए नृत्यकला कि थी। वह सोनी के शो बूगी वूगी (टीवी श्रृंखला) दिसंबर 2008 मे भी दिखाई दी गई थी।
वह् एक न्यायाधीशों मे से थी जावेद जाफरी, नावेद जाफरी और रवि बहल के साथ। वह झलक दिखला जा फ़रवरी 27, 2009 के तिसरे सीज़न मे पूर्व नच बलिए न्यायाधीशों वैभवी मर्चेंट और अभिनेत्री जूही चावला के साथ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन (इंडिया) मे भि दिखाई दि। वह वर्तमान में डांस रियलिटी शो नच लै वे विथ सरोज खान मे भी न्यायाधीश रह छुकी है। वह मेजबानी की है और नचले वे विथ् सरोज खान पूरा कर लिया है।
सरोज खान एक भारतीय कोरियोग्राफर थीं जिनका 3 जुलाई 2020 को कार्डियाक अरेस्ट के कारण निधन हुआ। उन्होंने अपने करियर में 200 से भी अधिक फिल्मों में काम किया।