दिल्ली

भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi) केंद्र शासित प्रदेश है, यह यमुना नदी के किनारे स्थित है और यह 1483 वर्ग किलोमीटर के इलाके में फैली है। दिल्ली अपनी उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी सीमा पर हरियाणा और पूर्व में उत्तर प्रदेश से घिरी है। दिल्ली उत्तर भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र है और यहां की संस्कृति यहां के महत्वपूर्ण इतिहास से प्रभावित है।

Delhi Indian States
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पुरानी दिल्ली सन् 1638 में उंचे पत्थरों से बनी दीवार से घिरी है। यहां सात दरवाजों से पहुंचा जा सकता है, जिसमें दक्षिण का दिल्ली गेट, पूर्व में अजमेरी गेट और उत्तर में कश्मीरी गेट शामिल है। इन दीवारों के बीच संकरी सड़कें और गलियां, व्यस्त बाज़ारों की भूलभूलैया है और देश के शानदार इंडो-मुस्लिम वास्तुशिल्प के नमूने हैं। दिल्ली भारतीय संस्कृति की सच्ची तस्वीर दिखाती है। यह बहुत आसानी से पारंपरिक और आधुनिक संस्कृतियों मेें मिल जाती है।

दिल्ली का इतिहास (History of Delhi):-

दिल्ली (Delhi) नाम उन सभी शहरों पर लागू होता है जो सन् 1698 में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा स्थापित हुए वर्तमान शहर से पहले इसी जगह मौजूद थे। पहला शहर 12 वीं शताब्दी में पृथ्वीराज चैहान ने स्थापित किया था। इस पर 1193 में मुस्लिम शासकों ने कब्जा कर लिया और शहर में कुतुब मीनार बनवाने वाले कुतुबुद्दीन एबक के राज में इसे मुस्लिम साम्राज्य की राजधानी बना दिया गया। 14 वीं सदी का अंत आते आते तुर्की विजेता तैमूर लैंग द्वारा दिल्ली में किए गए विनाश और कब्जे से यहां का मुस्लिम शासन खत्म हुआ।

दिल्ली का भूगोल और मौसम (Delhi geography and weather) :-

इस इलाके की जलवायु ट्राॅपिकल मैदानी है। यह गर्मियों के मौसम में बहुत ज्यादा गर्म एवं सूखी और सर्दियों के मौसम में अत्यधिक ठंडी होती है। यहां का मासिक तापमान जनवरी में 14.3 डिग्री सेल्सियस से लेकर जून में 34.5 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। 1971 के डब्ल्यूएमओ के मुताबिक यहां का सालाना तापमान 25.3 डिग्री सेल्सियस रहता है। यहां पर सबसे खास मौसमी प्रभाव मानसून का है जो आमतौर पर जून से अक्टूबर के बीच रहता है। यहां सालाना औसतन बारिश 71.5 मिमी. होती है। सबसे ज्यादा बरसात जुलाई के महीने में होती है जो कि लगभग 211 मिमी. है। मानसून की तेज बारिश यहां सफाई का काम करती है। आमतौर पर उत्तर-पश्चिमी हवाएं प्रबल रहती हैं, हालांकि जून और जुलाई में दक्षिण-पूर्वी हवाएं तेज रहती हैं।

दिल्ली की जनसांख्यिकी (Demographics of Delhi) :-

भारत के सभी महानगरों में आबादी के हिसाब से दिल्ली (Delhi) का दूसरा स्थान है। सन् 2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली की आबादी 1,67,87,941 है। यहां का लिंग अनुपात 1000 पुरुषों पर 866 महिलाओं का है। यहां का जनसंख्या घनत्व 11,297 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर का है। दिल्ली की साक्षरता दर 86.34 प्रतिशत है।

दिल्ली का समाज और संस्कृति (Society and culture of Delhi) :-

दिल्ली (Delhi) कभी भी शांत और एकांत जगह नहीं रही। स्वभाव से ही यह समरुप रही है जो किसी भी तरह के प्रभाव को अपना लेती है, चाहे वो लोग, भाषा या संस्कृति कुछ भी हों। दिल्ली ने देश भर के लोगों को हमेशा अपनी ओर खींचा है, इससे यहां कई तरह के सांस्कृतिक गुट बन गए हैं। हांलांकि सबसे ज्यादा प्रभावी वर्ग यहां पंजाबियों का है। दिल्ली का सांस्कृतिक जीवन यहां की आबादी के महानगरीय चरित्र से बहुत प्रभावित रहा है जो देश और दुनिया के कई हिस्सों से आता है और अलग अलग पृष्ठभूमि का है। इसमें से ज्यादातर तो पश्चिमी संस्कृति से अपनाया गया है और अपनाने की यह प्रक्रिया आजादी के बाद से आधुनिक मास मीडिया के चलते तेजी से बढ़ी है। हालांकि टेलीविज़न ने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय हितों के प्रति जागरुकता में मदद की है।

दिल्ली की भाषाएं (Languages of Delhi) :-

दिल्ली की अपनी कोई क्षेत्रीय भाषा नहीं है, विभिन्न संस्कृतियों की तरह इसने देश की विभिन्न भाषाएं भी अपना ली हैं। यहां आम तौर पर बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेजी हैं। हिंदी यहां की मुख्य भाषा है क्योंकि ज्यादातर आबादी यह भाषा बोलती है, हालांकि उसकी बोलियां अलग अलग हैं। अंग्रेजी भी एक मुख्य भाषा है क्योंकि यह लोगों के बीच बहुत बोली जाती है खासतौर पर युवाओं के बीच में। पंजाबी समुदाय की आबादी ज्यादा होने के कारण पंजाबी भी बहुत बड़े पैमाने पर बोली जाती है। इस महानगर में मुस्लिमों की आबादी होने से उर्दू भी यहां की एक खास भाषा है।

दिल्ली में पर्यटन (Delhi Tourism) :-

दिल्ली (Delhi) अपने शानदार पर्यटन स्थलों, मनोरंजक सुविधाओं और प्राचीन काल तक पुराने इतिहास के कारण एक अंतर्राष्ट्रीय महानगर है। यह सैलानियों को इतने मनोरंजक स्थानों और आकर्षणों के विकल्प देता है कि यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि घूमना कहां से शुरु करें। पुरानी दिल्ली में आपको कई मस्जिदें, किले और स्मारक मिल जाएंगे जो भारत में मुस्लिम इतिहास की कहानी कहते हैं। पुरानी दिल्ली की मशहूर जगहों में शानदार लाल किला, ऐतिहासिक चांदनी चैक, राज घाट और शांति वन हैं। राजघाट और शांति वन का निर्माण सन् 1947 में भारत की आजादी के बाद हुआ था। वहीं दूसरी ओर नई दिल्ली एक आधुनिक शहर है जिसे एडविन ल्यूटन और हर्बट बेकर ने डिजाइन किया था। यह एक विशाल खुला शहर है जिसमें ऐतिहासिक स्थानों के अलावा कई सरकारी इमारतें भी हैं।

दिल्ली की अर्थव्यवस्था (Delhi's economy) :-

भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi) पूरे उत्तर भारत में व्यापार और व्यवसाय का केंद्र है। सरकारी दफ्तर रोजगार का प्रमुख स्रोत हैं। इस शहर में कई मेडिकल, कृषि और शिक्षण संस्थान भी हैं। इसे अक्सर एक नौकरीपेशा शहर कहा जाता है, हांलांकि यहां उद्योग भी तेजी से उभर रहे हैं। दिल्ली का सबसे प्रमुख उद्योग क्षेत्र सेवा क्षेत्र है जो सकल घरेलू राज्य उत्पाद में बहुत बड़ा योगदान देता है। यहां इंजीनियरिंग, आईटी, कपड़े और रसायन क्षेत्र भी महत्वपूर्ण हैं और इलेक्ट्रिाॅनिक्स तथा बिजली के उपकरण के क्षेत्र भी उभर रहे हैं। ज्यादातर उद्योग पश्चिम, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में स्थित हैं।

दिल्ली में सरकार और राजनीति (Delhi Government and Politics) :-

दिल्ली भारत का एक मुख्य सांस्कृतिक, व्यवसायिक और राजनीतिक केंद्र है। वर्तमान में यहां 11 जिले हैं। यह जिले सेंट्रल दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली और पश्चिम दिल्ली हैं। दिल्ली को तीन विधायी शाखाओं में बांटा गया है - नई दिल्ली नगर पालिका, दिल्ली नगर निगम और दिल्ली छावनी बोर्ड। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में स्थित है, इसके अलावा यहां दिल्ली उच्च न्यायालय, मजिस्ट्रेट कोर्ट और आपराधिक मामलों एवं अन्य छोटे मामलों के सत्र न्यायालय हैं।

दिल्ली में शिक्षा (Education in Delhi) :-

पिछले कुछ सालों मेें दिल्ली ने शिक्षा के मामले में बहुत विकास किया है। बेहतरीन शिक्षा क्वालिटी के साथ यहां नए काॅलेज और संस्थान उभरे हैं। यहां सभी तरह के 160 से ज्यादा काॅलेज और देश के कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं, जैसे जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया विश्वविद्यालय आदि। इनके अलावा बड़ी संख्या में निजी और सरकारी और उच्च शिक्षा स्कूल भी हैं जो 20 लाख से ज्यादा छात्रों को शिक्षा मुहैया कराते हैं।

दिल्ली (Delhi) पिछले कुछ सालों में सूचना प्रौद्योगिकी का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। एक साॅफ्टवेयर कंपनी के सर्वे के मुताबिक दिल्ली और पूरा एनसीआर भारत का सबसे बड़ा साॅफ्टवेयर निर्यातक है। जिस प्रकार की बुनियादी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं उसे देखते हुए प्रतिष्ठित आईटी और आईटीएएस ने दिल्ली और एनसीआर में अपना आधार बनाया है। यहां कई आईटी पार्क और एसईजे़ड इलाके हैं जहां बड़ी से बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के दफ्तर हैं।

दिल्ली में परिवहन (Delhi transport) :-

दिल्ली पूरे देश से हवाई, सड़क और रेल मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से घरेलू के अलावा पूरी दुनिया के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। यह दक्षिण एशिया के व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है और जीएमआर समूह इसकी देखरेख करता है। उत्तर रेलवे का मुख्यालय इसी शहर में है। दिल्ली में पांच मुख्य रेलवे स्टेशन हैं - नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन, आनंद विहार रेलवे टर्मिनल और सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन। एक सबअर्बन रेलवे प्रणाली भी दिल्ली और पड़ोसी एनसीआर क्षेत्रों को जोड़ती है।

दिल्ली पांच राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा है जो कि 1,2,8,10 और 24 हैं। दिल्ली में वाहनों में सीएनजी का इस्तेमाल होता है और राज्य के स्वामित्व वाला दिल्ली परिवहन निगम शहर में बस सेवा संचालित करता है। यहां पर टैक्सी, कैब, आॅटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा भी आसानी से उपलब्ध हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने यहां एक रैपिड ट्रांसिट सिस्टम बनाया है। यह सिस्टम दिल्ली के अलावा गुड़गांव, नोएडा और गाजियाबाद में भी सेवा देता है। मेट्रो के नेटवर्क में छह लाइन और 142 स्टेशन हैं। इसकी कुल लंबाई 190 किलोमीटर है। दिल्ली मेट्रो जल्दी ही नए चरणों और नई लाइनों के साथ और विस्तार करेगी।

दिल्ली के बड़े व्यापारिक केंद्र और कमर्शियल इलाके (Delhi's major business centers and commercial areas) :-

प्रगति मैदान (Pragati Maidan) :- प्रगति मैदान दिल्ली के सबसे लोकप्रिय व्यापार केंद्रों में से एक है। सात एकड़ के इलाके में फैले इस प्रदर्शनी परिसर में 18 हाॅल और 22 स्थायी मंडप हैं। प्रगति मैदान हाई क्वालिटी के कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मेलों की मेज़बानी करता है।

इंडिया एक्सपो सेंटर (India Expo Centre) :- दिल्ली का इंडिया एक्सपो सेंटर एक्सपो अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी सेंटर श्रृंखला का हिस्सा है। दिल्ली के लोकप्रिय व्यापारिक केंद्रों में से एक इंडिया एक्सपो सेंटर भारत में बहुत महत्वपूर्ण प्रदर्शनियां आयोजित करता है। खूबसूरत डिजाइन, बेहतरीन सुविधाएं, तकनीक और सेवा वाले दिल्ली के इस व्यापारिक केंद्र में प्रदर्शनी, सम्मेलन, उत्पाद लाॅन्च, प्रचार के कार्यक्रम और अन्य विशेष कार्यक्रम आदि आयोजित होते हैं।

कनाॅट प्लेस (Kanot Place) :- कनाॅट प्लेस या सीपी दिल्ली का पर्यायवाची बन गया है। सीपी को आसानी से दिल्ली का व्यस्ततम इलाका कहा जा सकता है। चाहे खरीददारी हो, बाहर खाना, सिनेमा हाॅल, गैलेरी, एम्पोरियम या सर्विस संबंधी दफ्तर, सब कुछ कनाॅट प्लेस में मौजूद है।

नेहरु प्लेस (Nehru Place) :- नेहरु प्लेस दिल्ली का एक प्रमुख व्यवसायिक केंद्र है। इसे दिल्ली का आईटी हब भी कहा जा सकता है। यहां हार्डवेयर और साॅफ्टवेयर का बहुत बड़ा मार्केट है। नेहरु प्लेस में कुछ बड़ी कंपनियां जो आप पा सकते हैं उनमें सिस्को, इंटेल, माइक्रोसॅाफ्ट, ईडीएस, अमेरिकन प्रेसिडेंट लाइंस, जेरोक्स, सिंगर, शेल पेट्रोलियम, देवू, मित्सुई आदि हैं।

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