गणेश जी की आरती (Ganesh Aarti in Hindi) किसी भी नये शुभ अवसर करना बहुत शुभ माना जाता है। भारत में किसी भी नये काम की शुरुआत करने के लिए सर्वप्रथम गणेश भगवान की पूजा की जाती है इसके बाद विभिन्न देवी देवता की पूजा की जाती है, देवी देवता की पूजा में आरती का विशेष महत्त्व होता है।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ जय...
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
'सूर' श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥