श्री गंगा माता की आरती

श्री गंगा माता की आरती, Ganga Mata Ki Aarti in Hindi, भारत की अनेक धार्मिक अवधारणाओं में गंगा नदी को देवी के रूप में निरुपित किया गया है। बहुत से पवित्र तीर्थस्थल गंगा नदी के किनारे पर बसे हुए हैं, जिनमें वाराणसी और हरिद्वार सबसे प्रमुख हैं। गंगा नदी को भारत की नदियों में सबसे पवित्र माना जाता है एवम् यह मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से मनुष्य के सारे पापों का नाश हो जाता है। मरने के बाद लोग गंगा में राख विसर्जित करना मोक्ष प्राप्ति के लिए आवश्यक समझते हैं, यहाँ तक कि कुछ लोग गंगा के किनारे ही प्राण विसर्जन या अंतिम संस्कार की इच्छा भी रखते हैं।

Ganga Aarti Religious Aarti
Advertisement

"आरती"

ॐ जय गंगे माता, मैया श्री गंगे माता।
जो नर तुमको ध्यावत, मनवांछित फल पता।।

चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी, जल निर्मल आता।
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता।।

पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता।।

एक बार जो भी नर, तेरी शरण आता।
यम की त्रास मिटाकर, परम गति पाता।।

आरती मात तुम्हारी, जो नर नित गाता।
दास वही सहज में, मुक्ति को पाता।।

नोट :- आपको ये पोस्ट कैसी लगी, कमेंट्स बॉक्स में जरूर लिखे और शेयर करें, धन्यवाद।

Advertisement
Advertisement

Related Post

Categories