आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य या मोदीकेयर, भारत सरकार की एक प्रस्तावित योजना हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2018 को पूरे भारत मे लागू किया गया था। 2018 के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। 10 करोड़ बीपीएल धारक इस योजना प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है।
हमारी केंद्र सरकार हमेशा से ही जनता की सेहत के प्रति सजग रही है। सरकार हर बार अपने बजट में गरीब और जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ संबंधित आवश्कता को पुरा करने के लिए कुछ न कुछ नया लेकर आती है। हर साल की तरह इस साल भी केंद्र सरकार ने गरीबों के स्वास्थ से संबंधित लाभ के लिए कुछ घोषणा की है। इस कार्यक्रम को आयुष्मान भारत नाम दिया गया है, इसके अतिरिक्त इसे मोदीकेयर या नमोकेयर स्कीम नाम से जाना जा रहा है।
इस योजना की घोषणा का मुख्य उद्देश्य देश में स्वास्थ्य से संबंधित आधारभूत सुविधा उपलब्ध कराना है। इस योजना के लागू होने के पश्चात गरीब व्यक्ति भी बीमारी या अन्य किसी स्थिति में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कर पायेंगे, ऐसी स्थिति में पैसो की कमी उनके स्वास्थ्य के आड़े नहीं आयेगी।
इस योजना के द्वारा भारत के करीब 10 करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे। एक बार यह बीमा पॉलिसी लेने पर पूरे परिवार के लिए इसका लाभ ले सकते है। इस प्रकार करीब 50 करोड़ लोगों को इसका फायदा मिलेगा। इस योजना के द्वारा पुरे परिवार को सुविधा दी जाएगीं। यह पहली स्वास्थ सुविधा होगी जिसके द्वारा पुरे परिवार को स्वास्थ लाभ दिया जायेगा। अभी तक प्राप्त हुई सूचनओं के अनुसार पूर्व में इसमे परिवार के 5 लोगों को कवर किया जायेगा।
इस योजना के द्वारा एक परिवार को एक साल में 5 लाख रुपय तक की सहायता दी जाएगी, जिसे जरूरतमंद व्यक्ति विकट परिस्थिति में उपयोग कर पायेगा। कोई भी व्यक्ति जिसके पास विकट स्वास्थ्य की परिस्थितियों मे ना तो कोई बीमा पॉलिसी हो ना ही उस व्यक्ति के पास इतना पैसा हो की वह अपना इलाज करवा सके, उस स्थिति में इस योजना के द्वारा वह व्यक्ति सरकार से मदत प्राप्त कर अपना इलाज करवा सकता है।
परिवार के सदस्यों की संख्या : शुरुआत में इस योजना के अंतर्गत परिवार के 5 सदस्यों को कवर किया जायेगा, परंतु बाद में इसके अंतर्गत पुरे परिवार को लाभ देने की बात भी कही जा रही है। इस विषय में फ़िलहाल संबंधित समिति में अभी बातचीत जारी है। अगर कोई व्यक्ति इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो उसके लिए यह आवश्यक है की व्यक्ति का स्वयं का पहचान पत्र उसका आधार कार्ड उसके पास हो। इसके अतिरिक्त व्यक्ति का आधार कार्ड उसके परिवार आईडी से भी लिंक होना चाहिये, अगर ऐसा नहीं होता है तो वह व्यक्ति इस सुविधा से वंचित रह जायेगा।