प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, Surakshit Matritva Abhiyan, भारत सरकार ने हमारे देश की गर्भवती महिलाओं के लिए एक योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, इस अभियान के अंतर्गत सरकार द्वारा डॉक्टर्स की टीम घर-घर जा कर गर्भवती महिलाओं की हर महीने की 9 तारीख को जाँच करेगी और जरुरत पड़ी तो उनको पास के अस्पताल में उनका इलाज भी करायेगी।
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इस अभियान के शुरु में स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि इस योजना से स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत असर पड़ेगा और इस योजना के अंतर्गत 3 करोड़ गर्भवती महिलाओं का इलाज कराया जायेगा। इस योजना से उन महिलाओं को बहुत लाभ होगा जो पैसों की कमी के कारण अपना इलाज़ नहीं करा पाती हैं ऐसी महिलाओं लिए ये योजना बहुत ही फायदे मंद है कभी कभी आपने देखा होगा की पैसों की कमी के कारण बहुत सी स्त्रियों की प्रसव के दौरान ठीक से इलाज़ न होने पर महिला की जान भी चली जाती है इस योजना से इस तरह की समस्याओ में काफी कमी आएगी।
यह अभियान महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलायओं का मुफ्त इलाज़ और मार्भवती महिलाओ को अच्छे तरीके से प्रसवपूर्ण इलाज उपलब्ध कराएगी। इसमें गर्भवती महिला दूसरे या तीसरे महीने में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी स्त्री स्वास्थ्य विशेषज्ञयों से अपने प्रसव से जुडी सभी जाँच करा सकती है।
इस अभियान द्वारा सरकार ने नवजात शिशु और उनकी माताओं के स्वस्थ्य के बारे में सोचा है वो इससे ठीक से इलाज़ करा सकते है इस योजना की शुरुआत से नवजात शिशु और मातृत्व की म्रत्यु दर में बहुत कमी आयी है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:-
- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान भारत सरकार की एक नई पहल है, जिसके तहत प्रत्येक माह की निश्चित 9 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं को व्यापक और गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व देखभाल प्रदान करना सुनिश्चित किया गया है।
- इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर उनकी गर्भावस्था के दूसरी और तीसरी तिमाही की अवधि (गर्भावस्था के 4 महीने के बाद) के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता यह हैं, कि प्रसव पूर्व जांच सेवाएं ओबीजीवाई विशेषज्ञों/चिकित्सा अधिकारियों द्वारा उपलब्ध करायी जाएगी।
- निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों/चिकित्सकों को हर महीने की 9 तारीख को उनके जिलों में सरकारी चिकित्सकों के प्रयासों के साथ स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।
- माननीय प्रधानमंत्री जी ने मन की बात की हाल की कड़ी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के लक्ष्य और शुरूआत के उद्देश्य पर प्रकाश डाला तथा निजी क्षेत्र के स्त्री रोग विशेषज्ञों/चिकित्सकों से उनकी स्वैच्छिक सेवाएं देने की अपील की।
- इस कार्यक्रम की शुरुआत इस आधार पर की गयी है, कि यदि भारत में हर एक गर्भवती महिला का चिकित्सा अधिकारी द्वारा परीक्षण एवं पीएमएसएमए के दौरान उचित तरीके से कम से कम एक बार जांच की जाएँ तथा इस अभियान का उचित पालन किया जाएँ, तो यह अभियान हमारे देश में होने वाली मातृ मृत्यु की संख्या को कम करने में महत्वपूर्ण एवं निर्णायक भूमिका निभा सकता हैं।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के उद्देश्य:-
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, प्रजनन मातृ नवजात शिशु एवं किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएच + A) रणनीति के तहत निदान तथा परामर्श सेवाओं सहित गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व देखभाल की कवरेज़ (एएनसी) के लिये परिकल्पना की गयी है।
इस कार्यक्रम के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:-
- चिकित्सकों/विशेषज्ञों द्वारा दूसरी या तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती महिलाओं को कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करना हैं।
- प्रसव पूर्व जाँच के दौरान देखभाल की गुणवत्ता सुधारना, जिसमें निम्नलिखित सेवाएं शामिल हैं:
- सभी उपयुक्त नैदानिक सेवाएं।
- उपयुक्त नैदानिक स्थितियों के लिए स्क्रीनिंग।
- कोई भी नैदानिक स्थितियां जैसे कि रक्ताल्पता, गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह आदि का उचित प्रबंधन।
- उचित परामर्श सेवाएं एवं सेवाओं का उचित प्रलेखन रखना।
- उन गर्भवती महिलाओं को, जो किसी भी कारण से अपनी प्रसव पूर्व जाँच नहीं करा पायी, उन्हें अतिरिक्त अवसर प्रदान करना।
- प्रसूति/चिकित्सा के इतिहास और मौजूदा नैदानिक स्थिति के आधार पर उच्च ज़ोखिम गर्भधारण की पहचान और लाइन-सूची करना।
- हर गर्भवती महिला को विशेषत रूप से जिनकी पहचान किसी भी ज़ोखिम कारक या सहरुग्णता स्थिति में की गयी हैं, उनके लिए उचित जन्म योजना और जटिलता की तैयारी करना।
- कुपोषण से पीड़ित महिलाओं में रोग का जल्दी पता लगाने, पर्याप्त और उचित प्रबंधन पर विशेष ज़ोर देना। किशोर और जल्दी गर्भधारण पर विशेष ध्यान देना, क्योंकि इन गर्भधारणों में अतिरिक्त एवं विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की मुख्य विशेषताएं:-
- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) देश में तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है।
- इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने की 9 तारीख़ को प्रसव पूर्व देखभाल सेवाओं (जांच और दवाओं सहित) का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाएगा। यदि किसी माह में 9 तारीख को रविवार या राजकीय अवकाश होने की स्थिति में अगले कार्यदिवस पर यह दिवस आयोजित किया जाएगा।
- इन सेवाओं को स्वास्थ्य सुविधा/आउटरीच पर नियमित एएनसी के अतिरिक्त प्रदान किया जाएगा।
- इन सेवाओं को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में निर्धारित सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी/सीएचसी,डीएच/शहरी स्वास्थ्य केंद्रों आदि) पर उपलब्ध कराया जाएगा।