गौतम बुद्ध के अनमोल सुविचार

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"सुविचार - गौतम बुद्ध"

दूसरों के दु:ख पर अपनी खुशी का निर्माण करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

बिना सेहत के जीवन, जीवन नहीं है, बस पीड़ा की एक स्थिति है-मौत की छवि है।

स्वस्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा सम्बन्ध है।

मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चुका है, मैं देखता हुँ कि क्या किया जाना बाकी है।

आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जायेगा, बल्कि आपका क्रोध खुद आपको दंड देगा।

अगर आप वाकई में अपने आप से प्रेम करते है,तो आप कभी भी दूसरों को दुःख नहीं पहुंचा सकते।

सभी गलत कार्य मन से ही उपजते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाय तो क्या गलत कार्य रह सकता है।

सभी बुराईयों से दूर रहने के लिए, अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन में अच्छे विचार रखिये।

अतीत पर ध्यान केन्द्रित मत करो, भविष्य का सपना भी मत देखो, वर्तमान क्षण पर ध्यान केन्द्रित करो।

शरीर को स्वस्थ रखना हमारा कर्तव्य है, नहीं तो हम अपने दिमाग को मजबूत एवं स्‍वच्‍छ नहीं रख पाएंगे।

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