केवल पैसा और शौहरत कमाना ही काफी नहीं है, सोचिये जब आपका किसी से ब्रेकअप हो तो उस दिन कंपनी में प्रमोशन कोई मायने नहीं रखता। जब आपकी पीठ में दर्द हो तो कार ड्राइविंग करने में कोई आनंद नहीं आता, जब आपका दिमाग में टेंशन हो तो शॉपिंग करने में भी कोई मजा नहीं आता। ये जीवन आपका है इसे इतना भी गंभीर मत बनाइये, हम सब इस दुनिया में कुछ पलों के मेहमान हैं तो जीवन का आंनद लीजिये।
सब कुछ ठीक है, कभी कभी काम से छुट्टी लेना, क्लास bunk करना, किसी एग्जाम में कम मार्क्स लाना या छोटे भाई बहनों से कभी झगड़ना, सब ठीक है चलता है। जब हम जिंदगी के आखिरी पड़ाव मेँ होंगे तो यही छोटी छोटी बातें हमें हँसाएंगी और कंपनी के प्रमोशन, 24 घंटे लगातार काम ये सब उस दिन कोई मायने नहीं रखेंगे।