खट्टे हैं अंगूर हिंदी कविता, Khatte Hain Angur Hindi Poems Nursery Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा हिंदी में बच्चों की कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं, छोटे बच्चों की छोटी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
एक बाग मे, एक लोमड़ी घूम रही थी।
मस्त बहुत थी, मस्ती मे वो झूम रही थी।
सहसा देखा, लता ओट में अंगूरों के गुच्छे।
पीले-पीले बड़े रसीले, लगते थे बड़े अच्छे।
देख लोमड़ी के मुंह में पानी भर आया।
मिल जाएं, खा लूं , गर तो सुख पाए यह काया।
ऊपर बहुत नहीं है, सहज पहुँच जाउंगी।
एक छलांग मारूंगी और सब नीचे लाऊंगी।
उछली-कूदी ले लेने को, एक नहीं कई बार।
बोली- "ये सब मेरी पहुँच से नहीं बहुत है दूर,
करुँगी क्या मैं लेकर इनको, खट्टे हैं अंगूर।"
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