ओशो के अनमोल वचन

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ओशो के अनमोल वचन

“कुछ करना अहंकार का निर्माण करता है। अहंकार हमारी क्रिया की ही परछाई है। यहाँ एक ही चीज़ है जो हम नहीं करते है और वह है – जागरूकता और सतर्कता।“

“प्रश्न ये नहीं है की क्या मृत्यु के बाद भी जिंदगी रहेंगी। प्रश्न तो ये है की क्या आप मृत्यु से पहले जिंदगी जी सकोगे।“

“ये समाज बीमार है: जिसमें अकेले लोग पीड़ित है। समाज को इलाज की जरूरत है, इसके लिए अकेले इंसान को प्यार करने की जरूरत है। समाज एक मरीज बन चूका है जिसे अस्पताल की जरूरत है।“

“परिणाम पाने के लिए आसानी से आगे बढ़ते रहे, भगवान के आदेश से ही सारे काम संपन्न होते है।“

“प्यार एक पक्षी है जिसे आज़ाद रहना पसंद है, जिसे बढ़ने के लिए पूरे आकाश की जरूरत होती है।“

“ये कोई मायने नहीं रखता है की आप किसे प्यार करते हो, कहा प्यार करते हो, क्यों प्यार करते हो, कब प्यार करते हो और कैसे प्यार करते हो, मायने केवल यही रखता है की आप प्यार करते हो।“

“यदि किसी का ऐसा मानना हो की कही और जाए, तो निश्चित ही वह आपके रास्ते में कभी नहीं आयेगा। लेकिन किस्मत से यदि आप ऐसा मानो तो ये आपके जीवन से कभी नहीं जायेगा।“

“यदि आप तुलना करना छोड़ो तो जिंदगी निश्चित ही बहुत सुन्दर है। यदि आप तुलना करना छोड़ दो तो आपकी जिंदगी खुशियों से भरी होंगी।“

“जब भी आप प्यार की योजना बनाते हो और जब भी आपका ध्यान पूरी तरह से उसमें शामिल हो जाता है तब ये झूठा और पाखंडी बन जाता है।“

“दोस्ती ही सबसे शुद्ध (बड़ा, निर्मल) प्यार है। प्यार करने का ये सबसे ऊँचा स्तर है जहां किसी भी परिस्थिति के लिए किसे से नहीं पूछा जाता, सिर्फ और सिर्फ एक दूसरे को खुशी दी जाती है।“

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