आँख भर ले गई कविता, Aankh Bhar Le Gayi Hindi Poems Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
आँख भर ले गई प्रेम की पाँखुरी,
नील अम्बर से तारों में हलचल हुई।
फिर समुंदर की लहरों ने साजिस रची,
मछलियाँ फिर किनारों में जल-जल गईं।
प्रेम की आग को जब भी परखा गया,
मौत जलते पतंगों की पल-पल हुई।
झूठ के कंकरीटो से घर बन गए,
थोड़ी बारिश गिरी, जैसे दल-दल हुई।
कालिखी रात थी थम गई जिंदगी,
जो सवेरा हुआ, फिर टो चल-चल हुई।
बर्फ की खेलती एक चट्टान थी,
थोड़ा सूरज दिखा, जैसे गल-गल गई।