वेदना के गीत कविता, Vedana Ke Geet Hindi Poems Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
वेदना के गीत काँटों से उलझ गए,
लोग फिर भी आँसुओं का 'नीर' कहते हैं।
मंजिलें फूलों की तय करते हैं अक्सर लोग,
गिर गए जो बैग में, 'तकदीर' कहते हैं।
तेज लहरें मछलियों से बिछुरती 'साहिल',
आ ही जाएगा तड़पना 'पीर' कहते हैं।
खो गई है इस शहर में, गाँव की लड़की,
फुटपाथों पर मिलेंगे 'चीर' कहते हैं।
आसमानों में उड़े बनकर पतंगी डोर,
जो टूट जाए वक्त की 'लकीर' कहते हैं।
गोलियाँ-लाशें, तिरंगे से ढके कफ़न।
लिख दिया टो लेखनी का 'वीर' कहते हैं।