आज उनकी जय बोल - कविता

Aaj Unaki Jai Bol Hindi Poems Nursery Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा हिंदी में बच्चों की कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं, छोटे बच्चों की छोटी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।

Aaj Unaki Jai Bol Hindi Rhymes
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"कविता"

कलम, आज उनकी जय बोल,

जला अस्थियाँ बारी-बारी,
छिटकाई जिसने चिनगारी।

जो चढ गए पुण्य-वेदी पर,
लिए बिना गरदन का मोल।

कलन, आज उनकी जय बोल,

जो अगणित लघु दीप हमारे,
तूफानों में एक किनारे।

जल-जलकर बुझ गए, किसी दिन ,
माँगा नहीं स्नेह मुँह खोल।

कलम, आज उनकी जय बोल,

पीकर जिनकी लाल शिखाएँ,
उगल रहीं लू-लपट दिशाएँ।

जिनके सिंहनाद से सहमी,
धरती रही अभी तक डोल।

कलम, आज उनकी जय बोल,

अंधा चकाचौंध का मारा,
क्या जाने इतिहास बेचारा।

साक्षी है उनकी महिमा के,
सूर्य, चंद्र, भूगोल, खगोल।

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