अपनी गली - कविता

Apani Gali Hindi Poems Nursery Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा हिंदी में बच्चों की कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं, छोटे बच्चों की छोटी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।

Apani Gali Hindi Rhymes
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"कविता"

अपनी गली मोहल्ला अपना,
अपनापन आधार।
बंद करो तकरार।।

आओ सब मिल-जुलकर गाओ।
मिलकर बैठो मिलकर खाओ।।

मेल जोल ही है समाज के,
जीवन का आधार।
बंद करो तक्तार।
आपनी गली ...।।

छोडो सभी पुरानी बातें।
झगड़ो के दिन गम की रातें।।

भेदभाव तजकर अपनाओ,
स्वच्छ ह्रदय में प्यार।
बंद करो तकरार।
अपनी गली ...।।

ऊँच-नीच है यहाँ न कोई।
फूट-बेल स्वारथ ने बोई।।

जात-पाँत की छुआछूत की,
तोड़ो सब दीवार।
बंद करो तकरार।
अपनी गली ...।।

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