मुश्किल है अपना मेल प्रिये कविता, Mushkil Hai Apna Mel Priye Hindi Poems Rhymes, लोकप्रिय कवियों तथा कवित्रियों द्वारा लिखी गई हिंदी में कविताओं का संग्रह, बच्चों के लिए लिखी गई बाल-कविताएं, हिंदी कविता, हास्य के लिए लिखी गयी कविताएं यहाँ पढ़ सकते हैं।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, मोदी ने रचा है खेल प्रिये,
यहां कैश नहीं है पाकेट में, वहां बैंक में रेलमपेल प्रिये।
तुम आयकर अफसर की बेटी, मैं गरीब किसान का बेटा हूं,
तुम हाट-स्पाट वाई-फाई हो, और मैं 2 जी का डेटा हूं।
तुम होल सेल की मार्केट हो, मैं छोटा सा विक्रेता हूं,
तुम शापिंग माल की शोभा हो, मैं हाट बाजार का क्रेता हूं।
इस कदर अगर हम चुपके से, तेरा ब्लेक मनी सलटायेंगे,
जरा पूंछ के देखो डैडी से, क्या सन-इन-ला बनायेंगे।
गर पकड़ा गया खाता मेरा, फिर कैसे मिलेगी "बेल'प्रिये,
मुश्किल है अपना मेल प्रिये। यह प्यार नहीं है खेल प्रिये।
तुम गड्डी गुलाबी नोटों की, मैं नोट पुराना 500 का,
तुम सबके दिल की रानी हो, मैं 9/11 का हूं धोका।
तुम स्विस बैंक की लाकर हो, मैं जन धन वाला खाता हूं,
तुम हो अम्ब्रेला फारेन की, मैं फटा चिरा एक छाता हूं।
तुम क्रेडिट कार्ड पे चलती हो, मैं रोज कमाकर खाता हूं,
तुम सोती हो खाकर गोली, मैं मिनटों में सो जाता हूं।
तुम बैटरी हो एक्साइड की, मैं एवरेडी की 'सेल' प्रिये,
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नहीं खेल प्रिये।
तुम पैन कार्ड की धारक हो, मैं 'रेनाल्ड'पेन का धारक हूं,
तुम ATM तुम PAY TM, मैं नगद रूपैया धारक हूं।
तुम चलती हो A C कारों में, मैं पगडंडी का चालक हूं,
तुम माल की मंहगी सब्जी हो, मैं भाजी, चौलाई, पालक हूं।
तुम देशी घी पतंजलि की, मैं ठहरा रिफाइन तेल प्रिये,
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नहीं है खेल प्रिये।